प्रकश बब आमटे

कुसुम मलिक बताती हैं जब कोरोना महामारी ने गंभीर रूप धारण किया तो जिले को स्वास्थ्य विभाग और सरकार ने अतिसंवेदनशील जिला घोषित किया था। सरकार ने लोगों को हिदायत थी कि वो सैनिटाइजर व मास्क का उपयोग हर हाल में करें। सरकार ने मास्क को लेकर नियम भी जारी किए थे। उस समय बाजारों में मास्क की बहुत कमी देखी गई तो लोगों को कोरोना से बचाने के लिए कुसुम मलिक ने निश्चिय किया कि वो खुद मास्क बनवाकर लोगों को बांटेगीं। उन्होंने इसके लिए घरेलू महिलाओं की सहायता ली और मास्क बनवाने शुरू कर दिए। उन्होंने जब मास्क बड़ी खेप तैयार करवाई तो उनके सामने ये चुनौती थी कि अब इन्हें बांटा कैसे जाए। कुसुम मलिक ने इसके लिए खुध जुट गई लोगों को मास्क बांटने में। उन्होंने जिले के प्रत्येक क्षेत्र में लोगों को नि:शुल्क मास्क बांटे।