कल गर्दन कैसे सफ करें

रक्तदान से बड़ा दान कुछ नहीं होता। रक्त, प्लाजमा और प्लेटलेट दान करने वाले मोहित चोपड़ा बताते हैं कि उन्होंने अभी तक करीब 62 बार दान किया है। लेकिन उन्हें किसी तरह की कोई समस्या आज तक नहीं हुई। बल्कि वे हर दिन एक नई ताजगी महसुस करते हैं और नई उर्जा के साथ काम करते हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को कोरोना काल में जागरूक करना सबसे कठिन कार्य साबित हुआ। लोगों में कोरोना संक्रमण को लेकर इस कदर भय व्याप्त था कि वे इस नेक कार्य के लिए भी घरों से नहीं निकल रहे थे। स्थिति यह थी कि जो भी रक्तदान करवाने वाले समूह थे वे पूरी तरह से ठप हो चुके थे। फिर भी खुद वोलेंटियर के रूप में कई सामने आए और लोगों की मदद की।