जेल प्रहर रजल्ट 2018

युवाओं में नेतृत्व विकास के लिए स्थापित नेहरु युवा केंद्र खुद बिना मेह के दौनी जैसा काम कर रहा है। पिछले कई वर्षों से केंद्र को स्थाई युवा समन्वयक नहीं मिल पाया है। संसाधन के अभाव में नेहरू युवा केंद्र अपने उद्देश्य से भटक गया है। युवाओं को उड़ान देने के लिए प्रयासरत नेहरू युवा केंद्र संसाधनों के अभाव से जूझ रहा रहा है। बावजूद युवाओं के विकास के लिए कई योजना चला रहा है। हालांकि युवा सप्ताह के लिए नेहरू युवा केंद्र की ओर से कई कार्यक्रम आयोजन की योजना है। संसाधनों के अभाव ने युवा केंद्र इन कार्यक्रमों को कैसे सफल बनाएगा यह उसके लिए भी चुनौती बना हुआ है। केंद्र के लेखापाल विजयेंद्र तिवारी ने बताया कि केंद्र से संसाधनों का अभाव है। कई पद रिक्त है। बावजूद युवाओं के सर्वागीण विकास के लिए केंद्र प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि इन सबके बाद भी जिले में युवाओं के बीच कई रचनात्मक कार्यक्रम चलाए गए हैं और यह जारी है। इसके तहत कौशल विकास के साथ ही खेलकूद व कला संस्कृति को भी बढ़ावा देने के लिए कार्य किया जा रहा है। युवा दिवस पर भी नेहरु युवा केंद्र एक श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रम प्रारंभ करने जा रहा है। राष्ट्रीय सेवाकर्मियों के चयन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। इसके साथ युवा क्लबों को भी जागरुक व पुनर्जीवित कर उन्हें क्रियाशील बनाया जा रहा है। जिले में सौ से अधिक युवा क्लबो का गठन किया गया है और उनके द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां भी चलाई जा रही है। वहीं इस दावे से इतर देखा जाय तो नेहरू युवा केंद्र में राजनीतिक दखल अंदाजी से भी केंद्र पूरी तरह अपने उद्देश्यों को पूरा नहीं कर रहा है। सूत्रों की माने तो राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेता अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दखलअंदाजी करते रहते है। चहेतों को लाभ दिलवाने का प्रयास होता है। इस कारण कई प्रतिभाएं सामने नहीं आ पाती है।