गेहूं से मधुमेह क इलज

जागरण संवाददाता, जींद : चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय केंद्र एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में 21वीं सदी की महामारी, समस्या एवं समाधान विषय पर व्याख्यान हुआ। जिसमें मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सहसंगठक स्वदेशी जागरण मंच से सतीश कुमार ने कहा कि इस समय देश स्वास्थ्य, शैक्षणिक, आर्थिक समस्याओं से ग्रस्त है। चीन को आठ-10 वर्ष इस वायरस को बनाने में लगा। विश्व में 17 करोड़ लोगों से अधिक संक्रमित हुए, जिसमें 35 लाख लोगों की मृत्यु हुई। भारत में तीन करोड़ लोग संक्रमित हुए, जिसमें 3.60 लाख लोगों की मृत्यु हुई। अभी तक 25 करोड़ से ऊपर लोगों को वैक्सीन लगी है। भारत ने दुनिया में सबसे तेज वैक्सीन लगाने के कार्य किया है। 70 फीसद लोगों को वैक्सीन लगाने के बाद भारत में संक्रमण की चेन टूटने लगेगी। कार्यक्रम के संरक्षक वीसी प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि स्पेनिश फ्लू की महामारी के दौरान पांच करोड़ लोग मारे गए थे। भारत ने लाकडाउन लगाकर जल्दी ही स्थिति को संभाला लिया। तीसरी लहर से बचने के लिए हमें वैक्सीनेशन का कार्य बड़े पैमाने पर शुरू करना होगा। मास्क और दो गज दूरी का पालन भी साथ साथ करना होगा। दीनदयाल उपाध्याय केंद्र के निदेशक प्रो. संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि हमें अपनी असफलताओं को सामने लाना चाहिए, जिससे ज्यादा बेहतर कार्य किए जा सके। संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना से डा. जितेंद्र कुमार ने कहा कि सरकार ने वर्तमान समय की स्थिति से निपटने के लिए कई दिशानिर्देश जारी किए। जिनमें सबको लाभ मिल रहा है।