जवहरलल नेहरू के कतने पुत्र थे

रांची के धुर्वा में स्थित भगवान जगन्नाथ और मौसीबाड़ी मंदिर के बीच में ही पुराने रथ को तोड़ा गया. और इसी मंदिर के बीच खाली मैदान में नये रथ का निर्माण किया जा रहा है. पुराने रथ को तोड़ने में जुटे कारीगर प्रसन्न ओझा बताते हैं कि तोड़ने में काफी दर्द महूसस होता है.क्योंकि जितनी मेहनत से निर्माण किया जाता है. उसे खत्म करने में कुछ समय ही लगते हैं.