ग्रम प्रहर उत्तरखंड कम

इस गांव के कुछ लोगों ने इस जगह पर मंदिर का निर्माण कर इसका नामकरण किया – गोमुख गंगा धाम. इस मीठे जल के सोते के मुहाने पर गाय के मुख की आकृति बनवा दी गई है. इस निर्माण के बाद ऐसा लगता है कि यह मीठी जलधारा गोमुख से निकल रही हो. यहां एक मंदिर का भी निर्माण करा दिया गया है. इस मंदिर के सामने से नीचे कलकल करती एक नदी भी बह रही है. इस नदी को यहां के ग्राणीण अंबाझरना कहते हैं. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए पहाड़ी से लगभग 50-60 फीट नीचे पगडंडियों के सहारे उतरना पड़ता है. फिर कलकल बहती नदी के पार मंदिर तक पहुंचा जा सकता है.