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जहरीली शराब प्रकरण को भुलाया नहीं जा सकता। शराब पीने से किस तरह से लोगों की जान गईं सब जानते हैं। किसी ने बाप को खोया तो किसी ने बेटा। कई महिलाओं की मांग सूनी हो गईं। इसका जो भी दोषी कौन है उसे सजा मिलनी ही चाहिए। इसका फैसला न्यायालय में तय होगा। पिछले कुछ दिनों से इस केस में गवाहों को धमकाने का जो प्रकरण सामने आया है उसने मामला गरमा दिया है। पुलिस ने इस मामले में गभाना में जेल में बंद ऋषि-मुनीश, अनिल चौधरी आदि पर मुकदमा भी दर्ज किया है। पुलिस को इसकी तह में जाने की जरूरत है, ताकि स्पष्ट हो सके कि धमकी देने के पीछे का असली चेहरा कौन है? न्यायालय में सुबूत और गवाहों पर ही मुकदमाें के नतीजे आते हैं। ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी और बन जाती है, ताकि गवाह अपनी बात न्यायालय में बिना किसी भय के रख सकें।