संवादसहयोगी,सिकंदरा:यूक्रेनमेंसिकंदराकेगुरदहीखुर्दनिवासीविकासयादवफंसेहुएहैं।एमबीबीएसकीपढ़ाईकररहेविकासकेलिएपरिवारनेहवनपूजनकियातोपितादूतावासकेचक्करलगारहेहैं।
गुरदहीखुर्दगांवनिवासीअरविदयादवकृषिविभागमेंफील्डअफसरकेपदपरपंजाबकेबठिडाशहरमेंतैनातहैं।परिवारसहितवहइनदिनोंवहींरहतेहैं।उनकाछोटाबेटाविकासयादवयूक्रेनकीबैनाइस्तियायूनिवर्सिटीमेंएमबीबीएसप्रथमवर्षकीपढ़ाईकररहाहै।अभीचारमाहपहलेहीवहयूक्रेनपढ़ाईकरनेगयाहै।वहयूनिवर्सिटीकेअंदरहीफंसाहुआथाजहांसमस्याहोरहीथी,लेकिनरविवारकोयूनिवर्सिटीसेनिकालेजानेकेबादउसीशहरकेसमीपहीबससेलेजायाजारहाथा,लेकिनआगेकोईसिग्नलनमिलनेकेकारणवहींरोकदियागयाहै।इधरउनकापरिवारचिंतितहै।मांसरितायादव,बड़ाभाईसाफ्टवेयरइंजीनियरचंद्रशेखरयादवभगवानसेउसकीसलामतीकेलिएरातऔरदिनप्रार्थनाकररहेहैं।पितादिल्लीपहुंचकरभारतीयदूतावासकेअधिकारियोंसेसंपर्कमेंबराबरलगेहुएहैं।उनकेपरिवारकेलोगोंनेगांवमेंउसकेसकुशलहोनेकेलिएहवनपूजनभीकिया।स्वजननेबतायाकिविकासकेसाथमेंबसमेंसवारकुल50छात्रछात्राएंशामिलहैं,जिनमेंचंडीगढ़,हिसारवमध्यप्रदेशकेलोगभीहैं।