संवादसूत्र,रूरा:जलालपुरनागिनस्थितजवाहरनवोदयविद्यालयमेंस्पिकमैकेसंस्थानेऑनलाइनकार्यक्रमआयोजितकरसांस्कृतिकविरासतकीधरोहरकोसंजोकररखनेकीबातकहीगई।
विद्यालयपरिसरमेंगुरुवारकोडेढ़घंटेतकस्पिकमैकेसंस्थाकेप्रमुखपंकजमल्होत्राकेनेतृत्वमेंचलेवर्चुअलकार्यक्रममेंभारतकेविभिन्ननवोदयविद्यालयकेशिक्षक,शिक्षिकाओंवछात्र-छात्राओंनेहिस्सालिया।बतायागयाकिदेशकेयुवाओंकोसांस्कृतिकविरासतजैसेशास्त्रीयसंगीत,नृत्य,लोकगीत,लोकनृत्य,योग,ध्यान,क्राफ्टआदिसेजोड़कर,उन्हेंइसधरोहरकोबनायेरखनेकेलिएप्रेरितकिया।यहकार्यक्रमप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीकेसंचालितएकभारतश्रेष्ठभारतकार्यक्रमकीदिशामेंमहत्वपूर्णकदमहै।उन्होंनेस्पिकमैकेसंस्थाकेनिष्कामसेवाकरनेकीबातकही।प्रत्येकवर्षलगभग1000शहरोंके1500सेअधिकसंस्थानोंमें5000सेअधिककार्यक्रमोंकीव्यवस्थाकरनेकेसाथहीतीनलाखसेअधिकविद्यार्थियोंतकअपनीबातपहुंचातीहै।कार्यक्रममेंप्राचार्यसुमंतकुमारनेस्पिकमैकेकेचारप्रमुखस्तंभकलाकार,संस्था,स्वयंसेवकवसमर्थककेबारेमेंबतातेहुएकहाअपनेसामूहिकप्रयासोंसेसांस्कृतिकविरासतकेविभिन्नपहलुओंकेबारेमेंयहसंस्थाजागरूकताबढ़नेकाकार्यकरतीहैजिससेशिक्षाकीगुणवत्तासमृद्धहोनेकेसाथयुवाओंकेमनमेंइससेनिहितमूल्योंकोआत्मसातकरनेकीप्रेरणादेतीहै।कार्यक्रमकेदौरानभारतीयसाहित्यसंगीतवकलाकेउत्कृष्टकलाकारोंकीअद्भुतकलाकादर्शनकरायागया।कार्यक्रममेंशिक्षकअवंतिकासाहू,अंजलीमिश्रा,एसकेत्रिपाठी,निशारानीपाठक,रामजीतसिंहमौजूदरहे।प्राचार्यनेबतायाकिकालेजमेंमैकहैरिटेजक्लबगठितकरहिमांशु,अश्वनी,माही,जाग्रति,अंजलीसहित14विद्यार्थियोंकाचयनकियागयाहै।