वाराणसी,जेएनएन।आपदाकीमारझेलनेवालेकिसानोंकेघरकृषिवानिकीयोजनासेखुशहालीपहुंचानेकीकवायदशुरूहोगईहै।योजनाकालाभलेनेपरखेतोंमेंहरियालीदिखेगी।फसलउगानेकेसाथहीकिसानमेड़ोंपरपौधारोपणकरेंगे।इसकेएवजमेंपौधोंकेअनुसार किसानोंकोचारसालतकप्रोत्साहनराशिभीदीजाएगी।योजनाकेतहत50प्रतिशतलघुवसीमांतकिसानोंकोलाभमिलेगा।इसमें30प्रतिशतमहिलालाभार्थियोंकोराशिदीजाएगी।सबमिशनऑनएग्रोफारेस्ट्रीकालाभमिलेगा।
इसकेलिएवनक्षेत्राधिकारीकार्यालययाप्राभागीयवनाधिकारीकार्यालयमेंपंजीकरणकरानाहोगा।किसानोंकोअबपौधारोपणकरनेपरअनुदानमिलेगा।कृषिवानिकीसबमिशनयोजनाकालाभखेतकीसीमा(मेड़)परपौधारोपणकरनेपरमिलेगा।कृषिमेंजोखिमकोदेखतेहुएकेंद्रसरकारनेराष्ट्रीयकृषिवानिकीनीतिबनाईहै।इसकाउद्देश्यसंगठितरूपसेविकासकरनाहै।योजनासेकिसानपशुपालनवखेतीकेसाथहीपौधारोपणकरआयबढ़ासकेंगे।वृक्षआच्छादितकरकार्बनउत्सर्जनकमकरनाहै।योजनाकेतहतसहायताधनराशिका16प्रतिशतअनुसूचितजातिवआठप्रतिशतअनुसूचितजनजातियाजनपदमेंजनसंख्याकेअनुसारदिएजानेकाप्रविधानहै।
येहोंगीप्रक्रियाएं
अनुदानलेनेकेलिएकिसानकोकमसेकम50पौधेलगानेहोंगे।एकपौधेकीलागत35रुपयेआएगी।किसानोंकोपौधेलगाकररखरखावकरनाहोगा।विभागकीटीमभौतिकसत्यापनकरेगी।इसकेबादअनुदानदियाजाएगा।ब्लाकवारपांचसौपौधेप्रतिहेक्टेयरमेंलगानेपर14हजाररुपयेमिलेंगे।
पौधोंकेप्रकार
आंवला,अर्जुन,बबूल,बहेड़ा,बेल,बेर,दानचीनी,गम्हार,ङ्क्षगगो,अमरूद,कटहल,जामुन,कदम्ब,करौंदा,खैर,कीनू,नींबू,मालाबार,नीम,मलबरी,पापुलर,सागौन,सहजन,शीशम,सिरस,शहतूतकेपौधेलगासकतेहैं।पौधारोपणकरनेकेलिएकिसानोंकोखुदगड्ढाखोदनाहोगाऔरउसकासंरक्षणकरनाहोगा।
‘सरकारकिसानोंकीआयदोगुनीकरनेतथाआर्थिकविकासकेलिएइसयोजनाकीशुरुआतकररहीहै।योजनाकेतहतमिलनेवालीप्रोत्साहनराशिकालाभसीधेकिसानकोमिलेगा।बिचौलियोंसेछुटकारामिलेगा।पौधारोपणकरकिसानसरकारसेप्रोत्साहनराशिपाएंगे।भविष्यमेंवृक्षोंकाभीलाभउठाएंगे।’ -महावीरकौजलगी,डीएफओवाराणसी