जागरणसंवाददाता,देहरादून।निजीस्कूलोंकीतर्जपरअबउत्तराखंडकेसरकारीस्कूलोंकेशिक्षकोंमेंप्रोफेशनलएप्रोचविकसितकरनेकीयोजनाबनाईगईहै।यहयोजनाकितनीसफलहोतीहैयहतोआनेवालासमयहीबताएगा,लेकिननईसरकारशिक्षानिदेशालयकीइसयोजनाकोस्वीकारकरतीभीहैयानहीं।इसकाइंतजारकरनाहोगा।शिक्षकसंगठनकेदावेकेआगेसरकारकोईकदमउठातीहैयानहीं,यहभीबड़ाफैसलाहोगा।
शिक्षकोंकीजिम्मेदारीऔरजवाबदेहीतयहो
विदितरहेकिशिक्षानिदेशालयनेपहलीसे12वींतककेविद्यालयोंकेशिक्षकोंकीगोयनीयरिपोर्ट(एसीआर)शिक्षानिदेशालयकेपोर्टलपरआनलाइनदेनीहोगी।इसपूरीकवायदकेपीछेमंशायहहैकिशिक्षकोंकीजिम्मेदारीऔरजवाबदेहीतयहो।शिक्षकवर्षभरजोकार्यकररहेहैंउसीकेआधारपरउसनेनंबरदिएजाएं।प्रदेशमें11,535प्राथमिकविद्यालय,2830जूनियरहाईस्कूलव2243इंटरकालेजहैं।जिनमेंपचासहजारसेअधिकशिक्षकहैं।
गोपनीयरिपोर्टकोदोचरणमेंआनलाइनकरनेकानिर्णय
शिक्षाविभागनेगोपनीयरिपोर्टकोदोचरणमेंआनलाइनकरनेकानिर्णयलियाहै।पहलेचरणमेंशिक्षकोंकीगोयनीयरिपोर्ट(एसीआर)आनलाइनहोगी,इसकेबादशिक्षासंस्थानसेजुड़ेकर्मचारियोंकोइससुविधासेजोड़ाजाएगा।अबदेखनाहैकिशिक्षकसंगठनविभागकीइसयोजनाकोस्वीकारकरतेहैंयाफिरसरकारपरपूर्णव्यवस्थाकोयथावतबननेकादबावडालतेहैं।
शिक्षाविभागबनाराजनीतिकाअखाड़ा
उत्तराखंडकाशिक्षाविभागजिसप्रकारसेराजनीतिकाअखाड़ाबनाहुआहै।इसेदेखतेहुएइसयोजनाकेपरवानचढ़नेकीसंभावनाकमहीहै।यदिशिक्षानिदेशालयअपनीयोजनाकोलागूकरनेमेंसफलहोताहैतोशिक्षकोंकोसालभरपठन-पाठनसेजुड़नेकेअलावाअन्यशैक्षणिकगतिविधियोंकोभीसमयपरनिपटानाहोगाअन्यथाकार्रवाईकीतलवारलटकीरहेगी।शिक्षामहानिदेशकबंशीधरतिवारीनेकहाकिइसयोजनासेशिक्षाव्यवस्थाकोसूचनाप्रौद्योगिकीसेजोड़नेऔरशिक्षकोंकोजिम्मेदारीतयकरनेकानिर्णयलियाहै।
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