प्रयागराज,जेएनएन।एकसालकीमहामारीनेभागतीदौड़तीपूरीदुनियाकेकदमोंमेंमानोजंजीरडालदीहो।जोजहांथावहींठहरसागयाहै।इनसबकेबीचएकअच्छीबातभीहुईहैवहयहकिहमसबअपनेआपकोसमयदेपारहेहैं।कुछलोगोंनेघरपरिवारकोसमयदेनाशुरूकियातोकुछलोगोंनेखुदकोभीपहचाननेकाप्रयासशुरूकरदियाहै।इसकेलिएवहकुछपढ़रहेहैंतोकुछआत्ममूल्यांकनमेंभीजुटेहैं।मैनेभीपिछलेएकसालमेंकोर्सकीकिताबोंसेहटकरकईनावेलपढ़े।कुछपुस्तकोंकीसीखअबतकदिलदिमागपरप्रभावीहै।यहकहनाहैकिसिविललाइंसमेंड्रमंडरोडनिवासीइंटरमीडिएटकीछात्रासुप्रियाश्रीवास्तवका।
पढ़नेकेसाथहीपौधोंकेबीचभीवक्तगुजारना
सुप्रियाकहतीहैंकिखालीवक्तमेंअपनेआसपासकेलोगोंकोभीसमझनेकाअवसरमिलरहाहै।अबतकदबुकथीफ,दअल्केमिस्टऔरदकाइटरनरजैसेउपन्यासपढ़चुकेहैं।दकाइटरनरमेंहसननामकेचरित्रनेसबसेअधिकप्रभावितकिया।इसमेंवहसंदेशदेताहैकिकठिनपरिस्थितियोंमेंभीरहेंतोखुशरहें।वहहरसमयदूसरोंकीमददकीकोशिशकरताहैजबकिबहुतसामान्यपरिवारसेवहसंबंधरखताहै।इसीतरहदअल्केमिस्टकोपढ़करभीसीखमिलतीहैकिखुशरहने केलिएपैसेकाबहुतमहत्वनहींहै।सुप्रियायहभीकहतीहैंकिएकसालसेवहनिरंतरयोगाभ्यासकररहीहैं।अबउन्हेंबागवानीकाभीशौकहोगयाहै।उन्हेंपौधोंकोलगाने,पानीआदिदेनाभीअच्छालगनेलगाहै।