लखनऊ[राज्यब्यूरो]।ग्रामीणोंकेजीवनस्तरकोसुधारनेऔरबीमारियोंसेबचानेकेलिएशुद्धपेयजलमिलनाजरूरीहै।इसीकोध्यानमेंरखकरउत्तरप्रदेशकीयोगीसरकारनेढाईलाखसेज्यादागांवोंऔरबस्तियोंकोशुद्धपेयजलकीसौगातदीहै।पीनेकेपानीकेलिएवर्षोंसेसंघर्षकररहेइनगांवोंकोअबअपनेघरकेपासहीपीनेकासाफपानीमिलरहाहै।नमामिगंगेग्रामीणपेयजलआपूर्तिविभागने28,95,361हैंडपंपस्थापितकर2,59,739ग्रामीणबस्तियोंमेंपेयजलकीसमस्याकानिस्तारणकरदियाहै।दावाहैकिइनइलाकोंमेंप्रतिव्यक्ति40लीटरशुद्धपेयजलउपलब्धकरायाजारहाहै।
नमामिगंगेग्रामीणजलापूर्तिविभागनेअभियानकेतहतगांव-गांवरिकार्डहैंडपंपोंकीस्थापनाकीहै।उत्तरप्रदेशकेइनगांवोंमेंबस्तियोंकीसंख्या2,59,739है।इनसभीबस्तियोंमेंप्रतिव्यक्ति40लीटरकेहिसाबसेहैंडपंप,पाइपयोजनासेपेयजलकीसुविधाउपलब्धकराईजारहीहै।हरहैंडपंपसे10हजारलीटरप्रतिदिनउपलब्धतामानतेहुएप्रति250परएकइंडियामार्कहैंडपंपया40एलपीईडी(लीटर्सपरकैपिटापरडे)केआधारपरपाइपपेयजलसप्लाईकरसामुदायिकरूपसेप्रति250कीजनसंख्यापरएकजलस्तंभ(पब्लिकस्टैंडपोस्ट)कामानकनिर्धारितकियागया।
अपरमुख्यसचिवअनुरागश्रीवास्तवनेबतायाकिसीपीएचईईओ(सेंट्रलपब्लिकहेल्थएंडइनवायरमेंटइंजीनियरिंगआर्गेनाइजेशन)कीओरसेपाइपपेयजलयोजनासेजलापूर्तिकेलिए70से100एलपीईडीकान्यूनतममानकनिर्धारितहै।सरकारने40एलपीईडीकेआधारपरमानककोशिथिलकरसीमितसंसाधनोंकोदेखतेहुए55एलपीईडीकेआधारपरपाइपयोजनाकेतहतघरोंमेंआपूर्तिकिएजानेकेनिर्देशदिए।इसपरकामहोरहाहै।
राज्यसरकारकीयोजनालाखोंग्रामीणोंकेलिएवरदानसाबितहोरहीहै।4सालपहलेतकबूंद-बूंदपानीकेलिएसंघर्षकरनेवालेग्रामीणोंकेघरकेपासहीसरकारपानीउपलब्धकरारहीहै।नमामिगंगेग्रामीणजलापूर्तिविभागनेअभियानकेतहतगांव-गांवरिकार्डहैंडपंपोंकीस्थापनाकरशुद्धपेयजलकेसपनेकोसाकारकियाहै।पानीकीन्यूनतमआवश्यकताकोदेखतेहुएयोजनाकेतहतप्रदेशकीजनताकोबड़ालाभदियागयाहै।