लखनऊ[जितेंद्रउपाध्याय]।सरोजनीनगरकेलालचंद्रउद्यानविभागकेमाध्यमसेट्रैक्टरखरीदनाचाहतेथे।उन्होंनेजिलाउद्यानअधिकारीकार्यालयमेंअनुदानकेलिएआवेदनभीभरदिया।अनुदानस्वीकृतहीनहींहुआथाकिविभागकीओरसेअनुदानमेंकटौतीकरनेकानिर्णयलेलियागया।डेढ़लाखरुपयेमिलनेवालाअनुदानघटकरएकलाखकरदियागया।अबवहअतिरिक्तजमीनकेकागजातलगाकरलोनलेनापड़ेगा।अकेलेयहपरेशानीएककिसानकीनहींबल्किकाकोरीकेराकेशकुमार,कमलेशवरामप्यारीसमेतकईकिसानोंकीहैजोअनुदानकमहोनेसेपरेशानहैं।
उद्यानविभागकेमाध्यमसेट्रैक्टरखरीदनेपरकिसानोंकोअनुदानदेनेकाप्रावधानहै।20एचपीतकटैक्टरकीखरीदपरसामान्यवअनुसूचितजातिकोअभीतकडेढ़लाखरुपयेअनुदानमिलताथा,लेकिनइसवर्षसामान्यकेलिए75हजारऔरअनुसूचितजातिकेलिएएकलाखकरदियागया।इसकेसाथहीआठएचपीकेपावरटीलरपरअनुदानको50सेघटाकर40हजारकरदियागयाहै।
30नवंबरतककरसकतेहैंआवेदन: ट्रैक्टरवअन्यउपकरणोंकेसाथहीप्रोजेक्टआधारितअनुदानकेलिएकिसानोंयासमूहोंकोजिलाउद्यानअधिकारीकार्यालयसेसंपर्ककरनाहोगा।निर्धारितदस्तावेजोंकेसाथकार्यालयमेंआवेदनजमाहोगा।जिलाधिकारीयामुख्यविकासअधिकारीकिसानोंकोचयनकरउन्हेंअनुदानकालाभदेनेकीस्वीकृतिदेंगे।आवेदनकीअंतिमतिथि30नवंबरहै।
उद्यानएवंखाद्यप्रसंस्करणनिदेशकडा.आरकेतोमरनेबतायाकिट्रैक्टरवपावरटीलरकीखरीदपरअनुदानकमहुआहै।निर्धारितमानकोंकेअनुरूपअनुदानकेइच्छुककिसानकभीभीजिलाउद्यानअधिकारीकार्यालयमेंआवेदनजमाकरसकतेहैं।30नवंबरतकआवेदनकियाजासकताहै।