सुपौल।जिलेमेंअनाथवबेसहाराबच्चोंकीसंख्यादिनबदिनबढ़तीजारहीहै।एकसालमेंऐसेबच्चोंकीसंख्यामें26फीसदकीबढ़ोतरीहुईहै।बालविकासपरियोजनाद्वाराऐसेबच्चोंकीखोजकीजारहीहैऔरबालसंरक्षणइकाईकीपरवरिशयोजनाकेतहतइनबच्चोंकापरवरिशहोरहाहै।फिलवक्त167ऐसेबच्चोंकोइसयोजनाकालाभदियाजारहाहै।
बालविकासपरियोजनाकोइनबच्चोंकीखोजकीहैजवाबदेहीसरकारनेऐसेबच्चोंकेलिएपरवरिशयोजनाकीशुरुआतकी।इनबच्चोंकीखोजकाजिम्माबालविकासपरियोजनाकोदियागया।सेविकाओंद्वाराघूम-घूमकरऐसेबच्चोंकीखोजकीजानेलगी।पहलीबार2017-18मेंऐसे147बच्चोंकापताचला।जबकिचालूवित्तीयवर्षमेंइससंख्यामें26फीसदकाइजाफाहुआऔरसंख्या167परपहुंचगई।बतातेचलेंकिपरवरिशयोजनाकेतहतसरकारवैसेबच्चोंकीदेखभालकरतीहैजोअनाथ,बेसहारावगंभीरबीमारीसेयाफिरउनकेमाता-पितागंभीरबीमारीसेग्रसितहैं।येहोतेहैंलाभकेहकदार
अनाथयाबेसहारावैसेबच्चेजिनकेमांबापइसदुनियासेचलबसेहैंतोवेअनाथकीश्रेणीमेंआतेहैं।अनाथबच्चोंकीउम्रअगरशून्यसेछहवर्षहैतोयहराशिउसबच्चेकोपालनेवालेरिश्तेदारोंकोदीजातीहै।यदिबच्चेकीउम्रछहसे18वर्षकेबीचहैतोयहराशिबच्चोंकेखातेमेंदीजातीहै।इसकेअलावाएचआइवीपॉजिटिव,एड्स,कुष्ठरोगसेपीड़ितबच्चेयाइसरोगसेग्रसितमाता-पिताकीसंतानोंकोइसयोजनाकालाभदियाजाताहै।प्रखंडवारलाभान्वितहोनेवालेबच्चोंकीसंख्या
प्रखंडकानाम-लाभान्वितबच्चोंकीसंख्या
सरायगढ़-भपटियाही-2