पर्यावरणसंरक्षणकेलिएरविवारकोवाराणसीकेडीएवीइंटरकॉलेजमेंप्रकृतिवंदनकार्यक्रमआयोजितकियागया।इसकार्यक्रमवर्चुअलतरीकेसेसंघप्रमुखमोहनभागवतभीजुड़े।उन्होंनेकहाकि,जिसतरहसेमनुष्यआजजीवनजीरहाहै,वहप्रकृतिकेअनुकूलनहींहै।जल्दहीअगरहमप्रकृतिकादोहनकरनाबंदनहींकरतेतोइसकामनुष्यजातिपरप्रतिकूलप्रभावपड़ेगा।सृष्टिकेसंपूर्णजीव-जातिसेअच्छाव्यवहारकरनाचाहिए।हमेंप्रकृतिसेपोषणपानेकेलिएप्रकृतिकोभीपोषितकरनाहोगा।
आयोजकबीएचयूआईआईटीकेप्रो.प्रदीपकुमारमिश्रनेवंदनप्रक्रियाकोविस्तारसेऑनलाइनजुड़ेसभीलोगोंकोसमझाया।स्वामीजीतेन्द्रानंदसरस्वतीनेलोगोंकोप्रकृतिसंरक्षणकासंकल्पकरवाया।राज्यमंत्रीदयाशंकरमिश्रदयालु,प्रो.हरिप्रसादअधिकारीआदिनेसर्वप्रथमओमकाराकरतेहुएवृक्षकोरोलीसेतिलकतथारक्षासूत्रबांधा।उसकेबादवृक्षआरतीऔरप्रदक्षिणागीतगाएगए।इसीक्रममेंकार्यक्रमसेजुड़ेसभीलोगोंनेप्रकृतिकेवृक्षों,जीव-जंतुओंकेसंरक्षणकासंकल्पलिया।
वृक्षपूजनकेपश्चातसंतश्रीगणेश्वरशास्त्रीद्रविड़नेकहाकिवेदोंमेंकहाभगवनसबओरव्याप्तहैं।इसीतरहप्रकृतिमेंभीउनकावासहैऔरहमेइसकासंरक्षणकरनाचाहिए।यहकार्यक्रमहिंदूआध्यात्मिकएवंसेवाफाउंडेशनऔरपर्यावरणसंरक्षणगतिविधिद्वाराआयोजितकियागया।