जागरणसंवाददाता,गुमला:कोरोनावायरसकेसंकटकेदौरानलोगोंमेंसमाएडरकोनिकालनेकाकामकामडाराकेकर्मयोगीकररहेहैं।मो.अब्दुलशब्बीरऐसेकर्मयोगियोंमेंशामिलहैंजोपहाड़औरजंगलसेघिरेगांवोंमेंभीसुबह-सुबहपहुंचकरलोगोंकोअखबारउनकेघरपहुंचातेहैं।देशऔरदुनियाकीजानकारीउन्हेंदेतेहैं।लॉकडाउनकेनियमोंकेपालनकेमहत्वसमझातेहैं।शारीरिकदूरीबनाएरखनेऔरबेवजहघरसेनहींनिकलनेकीसलाहभीदेतेहैं।कर्मयोगीशब्बीरकहतेहैंकिराष्ट्रसर्वोपरिहै।संकटसेलोगोंकेजीवनकोउबारनेमेंअखबारसहीजानकारीदेरहेहैं।अखबारपूरीतरहसुरक्षितहैं।इसकीजानकारीदेनेपरलोगबड़ीचावसेसमाचारपत्रपढ़तेहैं।
कोरोनासेबचनेमेंमददगारहैअखबार
घाघराकेकर्मयोगीअशोककुमारबैठापिछले22सालोंसेघरघरअखबारपहुंचानेकेकाममेंलगेहुएहै।अशोककाकहनाहैकिसमाचारपत्रसेनेटाइज्डहोकरआतेहैं।हमलोगअखबारकोसुरक्षिततरीकेसेवितरितकररहेहैं।जिसघरमेंअखबारदेनेपहुंचतेहैं।उनघरोंकेलोगोंकोकोरोनावायरसकेबारेमेंजानकारीदेतेहुएसावधानीबरतनेकीनसीहतदेतेहैं।कहतेहैंकिलॉकडाउनमेंअनावश्यकघरसेनहींनिकलनाहै।भीड़नहींलगानीहै।गांवमेंभीशारीरिकदूरीबनाकररहनाहै।खेतोंसेसब्जीलानेकाप्रयासकरनाहै।लोगोंकोअबविश्वासहोनेलगाहैकिदैनिकजागरणसिर्फअखबारनहींबल्किउनकावास्तवमेंमित्रभीहै।इसलिएलोगमांगमांगकरसमाचारपत्रपढ़तेहैंऔरबचावकाउपायभीकरतेहैँ।