चन्दौसी:पांचसालमेंजहांचन्दौसीनेकुछसुविधाओंकोपायाहैतोउसकेसाथदूरदूरतकनगरकीशानबनीकुछएतिहासिकइमारतेंबदहालीकीस्थितिमेंअपनीपहचानपानेकोराहताकरहीहैं।पिछलेपांचवर्षोंकेअंदरचन्दौसीमेंसड़कोंकीस्थितिपहलेसेखराबहोगईहै।अधिकांशसड़केंटूटीहुईपड़ीहै।हालांकिचन्दौसीमेंबाइपासवमुरादाबादआगरामार्गबननेसेलोगोंकोराहतमिलीहै।
नगरनेपिछलेपांचवर्षोमेंजहांनगरवासियोंको108,102एम्बुलेंसकीसुविधामिलीजिससेदुर्घटनाओंमेंघायलोंवग्रामीणआंचलोंकीमहिलाकोप्रसवकीसरकारीसुविधामिलीहै।इसकेसाथसरकारीअस्पतालमेंबच्चोंकाअस्पताल,बिजलीघर,टांसफार्मरवर्कशापकेसाथजिलाजजऔरबाईपासकीसुविधाएंमिलीहै,लेकिनइनसबकेसाथनगरमेंअंग्रेजोंऔरमुगलोंद्वाराबनवाईऐतिहासिकइमारतेंअपनीपहचानखोतीजारहीहैजिसमेंनगरकेफव्वाराचौककेपासस्थितआदर्शनगरकालोनीजोअंग्रेजोंद्वारायात्रियोंकेठहरनेकेलिएसरायकेरुपमेंइसकानिर्माणकियाथाजिसकागेटआजजर्जरहालतमेंहै।वहीअंग्रेजीशासनकालमेंनगरकेस्टेशनरोडस्थितगांधीपार्कमेंलालालाजपतरायपुस्तकालयकेरुपमेंनिर्माणकियाथाजोबादमेंलिप्टनक्लबनेनगरपालिकासेकिराएपरलेलिया।जोबादमेंशराबवजुएकाअड्डाबनगया।पूर्वपालिकाध्यक्षपंकजशर्मानेलिप्टनक्लबकाकब्जाहटवाकरपुस्तकालकोमुक्ततोकरादियाथा,लेकिनआजभीलालालाजपतरायपुस्तकालनहीबनसका।वहीनगरकेलक्ष्मनगंजमेंमुगलकालमेंराजानेएकप्राचीनकुएंकानिर्माणकियाजिसकीबनावटमुगलोंकेभवनोंजैसीहोनेपरइसकोबाबरीकुंएकेनामसेपहचानतेथे।लोगोंकीप्यासबुझातेहुएइसकुएंकोबहुतबहुतदूरकेलोगपहचाननेलगे,लेकिनमुगलोंकीइसधरोहरकाकहीपतानहीबसकेवलनामहीरहगयाहै।वहींलोगोंकेलिएसमयदेखनेकेलिएनगरकेबीचलगभग100वर्षपहलेघंटाघरकानिर्माणकियागयाथा।लोगोंकीशानबनायहघंटाघरआजशोपीसबनकररहगयाहै।वहींलगभगसातदशकपहलेबदायूंजिलेकेलोगोंकेप्रवेशकेलिएश्रीरघुनाथआश्रमटस्टकीस्थापनाकीथी।वहभीजर्जरस्थितिमेंआगया।तोकुछमाहपहलेनगरविनयसमीरनामकव्यक्तिनेलोगोंकेसहयोगसेइसगेटकानिर्माणशुरुकराया।गेटकेनिर्माणकेदौरानहीविनयसमीरकीमौतहोगई।जिसपरगेटकानिर्माणभीरुकगयाऔरअभीतकनिर्माणकाकार्यशुरूनहींहोसकाहै।
जामसेनहीमिलरहीनिजात
चन्दौसी:पिछलेपांचवर्षहीनहींकाफीसमयसेलोगोंकोबहजोईतिराहेमंडीफाटककेपासस्थितरेलवेफाटकपरजामसेनिजातनहीमिलपारहीहै।जिसमेंप्रतिदिननगरकेसाथबाहरीलोगोंवस्कूलीबच्चोंकोघंटोंजाममेंफंसारहनापड़ताहै।क्योंकियहांपरलोगओवरब्रिजबनानेकीमांगकररहेथे,लेकिनअभीतकओवरब्रिजनहींबनसकाहै।हालांकिअबओवरब्रिजबनानेकेलिएधनस्वीकृतहोगयाहै।
स्कूलखुलेऔरपेयजलकीस्थितिमेंआयासुधार
चन्दौसी:चन्दौसीशहरमेंपिछलेपांचवर्षकेअंदरशिक्षामेंसुधारहुआहै।कुछस्कूलखुलेहैतोपेयजलकीस्थितिभीबेहतरहुईहै।पिछलेपांववर्षमेंकस्तूरबागांधीआवासीयविद्यालय,दोप्राथमिकविद्यालय,इसकेअलावाचन्दौसीमेंलगभगदोडिग्रीखुलेहैतोकुछइंटरकालेजभीबनेहै।इससेशिक्षामेंसुधारहुआहै।पांचवर्षपहलेयहांचन्दौसीतहसीलकेलगभग55फीसदशिक्षितथेतोअबयहआकड़ाबढ़कर65फीसदहोगयाहै।पेयजलकीसुविधाकेलिएनगरमेंकईनलकूपलगाएगएतोकुछटैंकभीबनेहै।