समस्तीपुर,जेएनएन।कोरोनासंक्रमणकालकेइसमुश्किलवक्तमेंजबरोजी-रोजगारकोलेकरदिक्कतहैतोऐसेमेंप्रधानमंत्रीमातृवंदनायोजनामहिलाओंकेहितकरसाबितहोरहीहै।संस्थागतप्रसवमेंइजाफाएवंगर्भवतीमहिलाओंकोविशेषसुविधामुहैयाकरानेकेलिएराष्ट्रीयस्वास्थ्यमिशनद्वारासंचालितप्रधानमंत्रीमातृवंदनायोजनाक्रियाशीलहै। सिविलसर्जनडॉ.सत्येंद्रकुमारगुप्ताकाकहनाहैकिकोरोनासंक्रमणकेदौरमेंभीपात्रमहिलाओंकोनिरंतरयोजनाकालाभदेकरसहीमौकेपरआर्थिकमदददीजारहीहै।उम्मीदहैइसराशिसेमांऔरबच्चेकेअच्छेपोषणऔरस्वास्थ्यदेखभालमेंसहयोगमिलरहाहै।उन्होंनेबतायाकिसंक्रमणकेचलतेलाभार्थीयोजनाकेफॉर्मअपनेक्षेत्रकीआशा,एएनएमसेसंपर्ककरकेभरसकतेहैं।इसकेसाथहीप्रवासीपात्रमहिलाएंभीआशासेसंपर्ककरइसयोजनाकालाभलेसकतीहैं।
क्याहैप्रधानमंत्रीमातृवंदनायोजना
पहलीबारगर्भवतीहोनेवालीमहिलावप्रसवबादजच्चा-बच्चाकेबेहतरस्वास्थ्यकेलिएकेंद्रसरकारद्वाराजनवरी2017कोप्रधानमंत्रीमातृ वंदनायोजनाकीशुरुआतकीगयीथी।प्रधानमंत्रीमातृ वंदनायोजनाकेतहतपहलीबारमांबननेवालीमहिलाओंकोपोषणकेलिए5000रुपयेकालाभतीनकिश्तोंमेंदियाजाताहै।पंजीकरणकरानेकेसाथगर्भवतीकोपहलीकिश्तकेरूपमें1000रुपयेदिएजातेहैं।प्रसवपूर्वकमसेकमएकजांचहोनेपरगर्भावस्थाकेछहमाहबाददूसरीकिश्तकेरूपमें2000रुपयेऔरबच्चेकेजन्मकापंजीकरणहोनेऔरबच्चेकेप्रथमचक्रकाटीकाकरणपूर्णहोनेपरतीसरीकिश्तमें2000रुपयेदिएजातेहैं।लाभपानेकेलिएमहिलाकीउम्र19वर्षसेकमनहींहोनीचाहिए।महिलासरकारीकर्मचारीनहींहोनीचाहिए।सभीभुगतानगर्भवतीकेबैंकखातेमेंकियेजातेहैंजिसकाआधारसेलिंकहोनाजरूरीहै।