वसीमअख्तर,सिकंद्राबाद(लखीमपुर):हारनमाननेकाजज्बाहोतोबड़ीसेबड़ीपरेशानीकोभीआसानीसेमातदियाजासकताहै।कोरोनामहामारीमेंलॉकडाउनकेचलतेरोजकमानेखानेवालेलाखोंलोगोंकेधंधेठपहोगए,लेकिनलोगोंनेहारनहींमानी।धंधाबंदहुआतोलोगोंनेरोजगारबदलकररोजीरोटीकाजुगाड़करलिया।नएरोजगारतलाशलिए।तमामलोगोंनेआवश्यकवस्तुओंकीबिक्रीशुरूकरदी।
अमेठीगांवनिवासीसंजयशर्माकीलकड़ीकीदुकानहै।लॉकडाउनमेंदुकानबंदहुई,लेकिनसंजयनेहारनहींमानी।दुकानकेसामनेहीसब्जीबेचनेलगे।अबसंजयकेपरिवारकाखर्चआसानीसेचलरहाहै।ऐसेहीबेलहरीगांवनिवासीअलीमकपड़ेकीकढ़ाईकाकामकरतेथे।कामबंदहुआतोखर्चचलानेकीदिक्कतमहसूसहुई।अलीमनेघरपरमास्कबनानाशुरूकिया।अलीमकेबनाएमास्कगांववालेहीखरीदलेतेहैं।जिससेउनकाखर्चचलजाताहै।कोरोनामहामारीकेचलतेहरकिसीकोमास्ककीबेहदजरूरतहै।ऐसेमेंमास्ककीमांगकाफीबढ़गईहै।मास्कबेचनेवालेराजेशनेबतायाकिवहपहलेछोटीसीचायकीदुकानलगातेथे।अबजबसबकुछबंदहैतोघरमेंगुजरबसरकीदिक्कतहोनेलगी।इसलिएमास्कबेचनेकामनबनाया।उनकाकहनाहैकिआजकलसबसेज्यादामास्कहीबिकरहेहैं,इसलिएफुटपाथपरबेचरहेहैं।15रुपयेसेलेकर50रुपयेतककेमास्कमौजूदहैं।