नईदिल्ली(वीकेशुक्ला)।एकतरफजहांलड़कियोंकेस्वास्थ्यवसम्मानकेलिएसुरक्षितमाहवारीऔरव्यक्तिगतस्वच्छताकेप्रतिजागरुकताबढ़ानेकीबातहोरहीहै।इसविषयपरपैडमैनजैसीफिल्मआरहीहै।वहीं,दूसरीओरलड़कियोंकोसरकारीस्कूलोंमेंमिलनेवालेसेनेटरीनैपकिनकीयोजनाकोलेकरदिल्लीसरकारउदासीनहै।इसवित्तीयवर्षमेंइसयोजनापरएकभीपैसाखर्चनहींकियागयाहै।
योजनाकेलिएनिर्धारित16करोड़कीराशिवासपजारहीहै।शिक्षाविभागमेंलगाईगईएकआरटीआइमेंयहबातसामनेआईहै।योजनाकेतहतवित्तीयवर्ष2015-16में16करोड़काबजटरखागयाथा।इनमें13.15करोड़रुपयेखर्चकिएगए।
2016-17केलिएभी16करोड़काबजटनिर्धारितथा।इसमेंसे9.31करोड़खर्चहुए।इसीतरहवित्तीयवर्ष2017-18केलिएनिर्धारित16करोड़केबजटसेअबतकएकभीपैसानहींखर्चकियागया।
बतादेंकितत्कालीनकांग्रेससरकारने2012मेंदिल्लीकेस्कूलोंमेंकक्षा9से12तककीसवासातलाखछात्राओंकोनि:शुल्कसेनेटरीनैपकिनउपलब्धकरानेकीकिशोरीयोजनाशुरूकीथी।
नैपकिनउपलब्धकरानेकाकार्यएकनिजीकंपनीकोमिलाथा।मगरकंपनीने2016मेंनैपकिनउपलब्धकरानेसेइन्कारकरदिया।
बतायाजारहाहैकिसेनेटरीनैपकिनकीआपूर्तिमामलेमेंगड़बड़ीकेकथितआरोपोंकीसीबीआइजांचकेबादकंपनीनेयहकदमउठाया।
योजनाबंदकिएजानेसेछात्राएंनाराज
इसबारेमेंआरटीआइलगानेवालीमीठापुरविस्तारनिवासीसमाजसेवीपिंकीकाकहनाहैकिउन्होंनेविभिन्नसरकारीस्कूलोंमेंजाकरइसबारेमेंछात्रओंसेउनकीरायजानीहै।जिसमेंछात्राएंइसयोजनाकेबंदकिएजानेसेनाराजहैं।उन्होंनेकहाकिसरकारीस्कूलोंमेंगरीबघरोंसेभीबहुतछात्राएंआतीहैं,जिनकेलिएइसयोजनाकोशुरूकियाजानाबेहदजरूरीहै।
विपक्षनेबोलासरकारपरहमला
दिल्लीविधानसभामेंविपक्षकेनेताविजेंद्रगुप्ताकहतेहैंकिदिल्लीकीआपसरकारकोजनताकीसमस्याओंसेकोईलेनादेनानहींहै।यदिकिसीजांचकेचलतेसेनेटरीनैपकिनकीआपूर्तिबंदहोगईथीतोइसबारेमेंफिरसेप्रयासकिएजासकतेथे।यहमामला7लाखछात्राओंसेजुड़ाहै।