फैजाबाद:पूर्वांचलकेकईजिलोंमेंधानकीफसलपररोगोंकाप्रकोपबढ़ाहै।इससेकिसानोंमेंबेचैनीहै।किसानलगातारकृषिविश्वविद्यालयोंकेसाथअन्यकृषिवैज्ञानिकोंसेसंपर्ककरइनकेनिदानकाउपायतलाशमेंहैं।गतदिनोंपूर्वीउत्तरप्रदेशकेजिलोंफैजाबाद,बस्ती,गोंडा,देवरिया,बहराइच,लखनऊ,बलियाआदिमेंधानकीफसलमेंइससमयमिथ्याकंडुआरोगएवंतनाबेधककीटकेप्रकोपकीसूचनाकिसानोंनेनरेंदद्रेदवकृषिविश्वविद्यालयकोदी।
दोनोंरोगोंकेप्रकोपसेधानकीफसलपरसंकटकेबादलमंडरारहेहैं।लगातारमिलनेवालीइसीसूचनाकेबादकृषिविविप्रशासनभीहरकतमेंआया।दोनोंरोगोंकीपहचानवनिदानकीबाबतकिसानोंसेसाझाकरनेकानिर्णयलियाहै।इसीकेअंतर्गतकृषिविविकेप्रसारनिदेशालयनेकिसानोंकीमददकोआगेआया।प्रसादनिदेशकडॉ.एपीरावनेबतायाकिधानकीफसलपररोगोंकोमुक्तहोइसीलिएकिसानोंकोसुझावदिएगएहैं।रोगोंकेपहचानकातरीकाभीबतायाहै।
मिथ्याकंडुआरोगवनिदानकातरीका
-रोगकेप्रकोपसेधानकीबलियोंकेकुछदानेपीलेरंगकेपाउडरमेंबदलजातेहैं,जोबादमेंकालेहोजातेहैं।मिथ्याकंडुआरोगकेनियंत्रणकेलिएकार्वेंडाजिम50डब्ल्यूपी,एककिलोग्रामरसायनप्रतिहेक्टेअर800लीटरपानीमेंघोलकरछिड़कावकरनाचाहिएयाक्लोरोलोनिल70डब्ल्यूपीदोग्रामप्रतिलीटरपानीकीदरसेछिड़कावकरनेसेरोगपरनियंत्रणहोगा।
तनाबेधकरोगवनिदान
-मादाकीटधानकीपत्तियोंपरसमूहमेंअंडेदेतीहै।अंडोंसेसूड़ियांनिकलकरतनोंमेंघुसमुख्यकल्लेकोक्षतिपहुंचातीहै,जिससेमृतगोभतथाबालियांसफेददिखाईदेतीहैं।इसपरनियंत्रणकेलिएट्राइजोफास40प्रतिशतइसीअथवामोनोकोटोफास60लीटरपानीमेंघोलकरछिड़कावकरनाचाहिए।इससेरोगसेछुटकारामिलजाएगा।