संवादसूत्र,बरनाला:
धनौलामेंघरेलूविवादकेचलतेपूर्वफौजीनेअपनेघरकेआगेहीखुदकोआगलगाली,शोरमचनेपरआसपासमौजूदलोगोंनेउसेअस्पतालपहुंचा।सिविलअस्पतालधनौलामेंभर्तीपूर्वफौजीहरप्रीतसिंहनेबतायाकिउसकोउसकेपरिवारवालोंनेदीवालीसेदोदिनपहलेघरसेनिकालदियाथा,जिसकेचलतेवहडेरेमेंरहरहाथा।जबवहशुक्रवारकोअपनेबच्चोंकोमिलनेकेलिएअपनेघरगयातोउसकोउनकेपरिवारिकसदस्योंनेघरमेंदाखिलनहींहोनेदिया,जिससेपरेशानहोकरउसनेखुदकोआगलगाली।
लोगोंनेकहा,हरप्रीतसिंहकामधंधानहींकरताथा,जिसकेचलतेघरमेंअकसरहीकलेशरहताथा।कुछसमयपहलेहीवहगाड़ीकोबेचकरधनौलाकेडेरेमेंरहनेलगा।शुक्रवारकोजबवहडेरेकेदोलोगोंकेसाथघरपहुंचातोउसनेघरपरआतेहीखुदकोआगलगाली।जिसकेबादउसकेसाथीउसकोअस्पतालमेंछोड़करभागगए,हालतगंभीरहोनेकेकारणसाबकाफौजीकोपटियालारेफरकरदियागया।उसकीदोबेटियांवदोबेटेहैंएकलड़की19वर्षकी,दूसरी17वर्षकीजबकिएकबेटा15वर्षकातोदूसरा8सालकाहै।
उसकीपत्नीपरमजीतकौरनेबतायाकिउनकाघरडेरेमेंरहनेवालोंनेहीउजाड़ाहै,क्योंकिवहांकेलोगहीउसकेपतिकोनशेकेलिएलेकरजातेरहतेहैं।इसलिएडेरेमेंरहरहेलोगोंपरकारवाईहोनीचाहिए।