संवादसूत्र,मगोर्रा(मथुरा):नएकृषिसुधारकानूनोंकेनामपरकिसानोंकेऊपरजबरनकालाकानूनथोपाजारहाहै।पूंजीपतियोंकेइशारेपरसरकारकिसानोंकादमनकररहीहै।केंद्रऔरराज्यसरकारकोसत्तासेबेदखलकरनेकासमयआगयाहै।किसानोंकोअपनेहितैषीकीपहचानकरनीहोगी।
चौधरीचरणसिंहइंटरकालेजकेमैदानमेंहुईगुरुवारकोहुईकिसानपंचायतकोसंबोधितकरतेहुएरालोदकेराष्ट्रीयउपाध्यक्षजयंतचौधरीनेकहा,नएकृषिसुधारकानूनोंकाविरोधकररहेकिसानोंकेखिलाफमुकदमेदर्जकराएजारहेहैं।उनकोदेशद्रोहीऔरखालिस्तानीबतायाजारहाहै।अस्तित्वकीलड़ाईलड़रहेकिसानोंकोअपनेहितैषीकीपहचानकरनीहोगी।सरकारकोअपनीताकतकाअहसासकरानाहोगा।सरकारपूंजीपतियोंकेइशारेपरखेत-खलिहाननष्टकरनेपरतुलीहै।पूर्वजिलापंचायतअध्यक्षअनूपचौधरीनेकहा,अबकिसानडरनेवालानहींहै।सरकारकीलाठीकेआगेझुकनेवालानहींहै।वहकिसान,मजदूरऔरगरीबोंकेसाथकंधेसेकंधामिलाकरसदैवखड़ेहैं।रालोदकेवरिष्ठनेताकुंवरनरेंद्रसिंहनेकहा,सरकारकिसानोंकाउत्पीड़नकररहीहै।गरीबमजदूरोंकीसमस्याओंकानिस्तारणनहींकियाजारहाहै।किसानोंकोउनकीउपजकालागतमूल्यतकनहींदिलापारहीहै।ऐसीसरकारकोसत्तामेंबनेरहनेकाअबकोईहकनहींहै।रालोदकिसानोंकेहितकेलिएहमेशासंघर्षकरतारहाहैऔरआगेभीकरतारहेगा।संचालनगुड्डूमानपालनेकिया।जिलाध्यक्षरामरसपालपौनिया,जयवीरसिंह,हरीचंदसिंह,चंद्रभानसिंह,वीरेंद्रसिंह,हेमराजसिंहनेभीविचारव्यक्तकिए।राजेंद्रसिकरवार,चौधरीबदनसिंह,गौरवमलिक,ताराचंदगोस्वामी,योगेश,देवराजचौधरी,ब्रजेशचाहर,जयप्रकाशसिंह,जगदीशचाहर,बलजीतप्रधान,राजवीरसिंह,विजयसिंहकुंतल,अटलफौजदारमौजूदरहे।