गौनाहा(पश्चिमचंपारण),जासं।सरकारपशुसंवर्धनकेलिएबढ़ावादेरहीहै।इसकेलिएउनकेअच्छीसेहतकेभीप्रयासकिएजारहेहैं।इसकड़ीमेंकुछअन्यसंस्थाएंएसएसबीऔरजीविकापशुओंकेस्वास्थ्यजांचकेलिएयदा-कदाशिविरकाआयोजनभीकरतीहै।लेकिनप्रखंडमुख्यालयकापशुअस्पतालखुदबीमारहै।यहाकोईस्थाईडॉक्टरनहींहै।एकमात्रपरिचारीऔरनाइटगार्डपशुअस्पतालमेंतैनातहै।एकचिकित्सककीप्रतिनियुक्तिकीगईहै,जोकईमवेशीअस्पतालकेप्रभारमेंहै।लंबेसमयसेरेगुरलडॉक्टरकीतैनातीनहींकीगईहै।अस्पतालकीउपेक्षाकेकारणकईगवाईपशुडॉक्टरबनगएहैं।गौनाहा,जमुनिया,बेलवा,पचरुखिया,मंझरिया,श्रीरामपुर,धनौजी,भितिहरवा,दोमाठ,रूपवलियागांवोंकेपशुपालकोंकोअस्पतालकीदुर्दशापरपीड़ाहै।वर्तमानसमयमेंनरकटियागंजपशुपालनचिकित्सापदाधिकारीडॉतारकेश्वररामइसकेप्रभारीचिकित्सकहैं।
शोषणकाशिकारहोरहेपशुपालक
प्रखंडमेंपशुचिकित्सकनहींहोनेसेलोगोंमेंआक्रोशहै।गौनाहानिवासीराजीवश्रीवास्तव,निलेशयादव,गोरखयादव,किशोरीसाह,डोमासहनी,विकासशर्मा,इंद्रजीतशर्माकाकहनाहैकिपशुचिकित्सकनहींहोनेसेप्राइवेटडॉक्टरपशुपालकोंकाआर्थिकशोषणकरतेहैं।बीमारपशुओंकोलेकरपशुपालकभीपरेशानरहतेहैं।अस्पतालमेंपशुजांचकीमशीनबिनाउपयोगबर्बादहोरहेहैं।
उचितइलाजकेबिनादमतोड़रहेपशु
गरीबऔरछोटे-छोटेपशुपालकयदाकदाअस्पतालपहुंचतेहैं।कार्यालयपरिचारीमदनकुमारद्वारापशुओंकाइलाजकियाजाताहै।ग्रामीणोंनेबतायाकिउचितइलाजकेअभावमेंआएदिनपशुदमतोड़रहेहैं।जबबीमारपशुकोलेकरअस्पतालपहुंचाजाताहैतोपताचलताहैकियहांडॉक्टरहीनहींहैपरिचारीअपनीसमझकेअनुसारइलाजकरताहै।कार्यालयपरिचारीनेबतायाकिमेरेद्वारापशुओंकाइलाजकियाजाताहै।डॉक्टरसाहबकभी-कभीआतेहैं।वेकईजगहकेप्रभारमेंहै।
निर्धारितदिनपहुंचतेअस्पताल:पशुचिकित्सक
गौनाहापशुअस्पतालप्रभारीचिकित्सकडॉतारकेश्वररामनेबतायाकिहमेंपांचजगहोंकाप्रभारमिलाहै,जिसमेलक्षनौता,गौनाहा,मनियारी,गोखुला,नरकटियागंजशामिलहै।इसस्थितिमेंकिसीएकजगहप्रतिदिनसमयनहींदियाजासकता।यहसंभवनहींहै।प्रखंडमेंपशुचिकित्सककेदोपदकेविरुद्धअबबहालीनहींहुईहै।विभागकोइससेसंबंधितरिपोर्टभेजीगईहै।