रांची,जासं।कोरोनामहामारीकेमामलोंमेंकमीआनेकेबादलोगएकबारफिरमस्तीकेमूडमेंहैं।लॉकडाउनकेबावजूदरविवारकोविभिन्नपर्यटनस्थलोंपरलोगपरिवारकेसाथपहुंचे।दशमफॉलमेंलोगोंकीअच्छीखासीभीड़रही।लोगपरिवारकेसाथप्रकृतिकीखूबसूरतीकोनिहारतेनजरआए।बरसातकेमौसमकोदेखतेहुएव्यूप्वाइंटसेलोगोंकोघाटीमेंनीचेउतरनेकीअनुमतिनहींदीगईहै।इसकेबावजूदलोगदूसरीतरफसेचट्टानोंपरचढ़करझरनेकोनजदीकसेनिहारतेनजरआए।
कईलोगअपनेसाथखानेपीनेकासामानभीलेगएथे।बारिशकेमौसममेंझरनेकीखूबसूरतीबेहदआकर्षकदिखरहीहै।गर्मीकेमौसमकीअपेक्षाअभीबरसातमेंपानीकाप्रवाहकाफीतेजहै।स्थानीयलोगोंनेबतायाकिनियमोंमेंछूटमिलनेकेबादसेलोगोंकेआने-जानेकासिलसिलाबढ़ाहै।लोगदोपहियाऔरचारपहियावाहनोंसेपर्यटनस्थलोंतकपहुंचरहेहैं।साइकिलिंगकेशौकीनलोगभीसमूहमेंदिखाईदिए।
लगाएगए51पौधे,पर्यावरणसंरक्षणकालियासंकल्प
दैनिकजागरणकीओरसेचलाईजारहीमुहिममिशनऑक्सीजनकोसमाजकेविभिन्नवर्गोंकालगातारसहयोगप्राप्तहोरहाहै।रविवारकोराजधानीरांचीकेसीएमपीडीआइकांकेरोडपरिसरमेंसामाजिकसंस्थाटीमग्रीनएवंस्नेहफाउंडेशनकेसंयुक्तप्रयाससेकोयलामजदूरयूनियनकेसहयोगसेपर्यावरणसंरक्षणकीमुहिमकेतहत51वृक्षलगाकरझारखंडकेवीरक्रांतिकारियोंकोयादकियागया।वृक्षारोपणकरशहीदोंकोसच्चीश्रद्धांजलिअर्पितकीगई।इसअवसरपरभगवानबिरसामुंडा,तिलकामांझी,नीलांबरपीतांबर,सिद्धूकान्हो,अल्बर्टएक्कासहितझारखंडकेअन्यवीरशहीदोंकेनामपरवृक्षारोपणकियागया।इसमौकेपरसदस्योंनेपरिसरमेंपीपल,नीम,गुलमोहर,आँवला,आम,जामुनआदिकईपेड़लगाकरपर्यावरणबचानेकासंकल्पलिया।