संतकबीरनगर:प्रेमवसौहार्दकाप्रतीकरंगोंकामहापर्वहोलीशनिवारकोहै।राग-रंग,उल्लासकेपर्वपरएकदिनपहलेशुक्रवारसेहीकबीरनगरीरंगीनहोगई।कार्यालयोंकीछुट्टीहोनेकेसाथहीसभीनेघरजानेसेपहलेलोगएकदूसरेकोरंगोंसेसराबोरकरनेमेंलगेरहे।होलिकादहनकेसाथसभीहोलीकीमस्तीमेंडूबगए।फागगीतोंकाचलासिलसिला
होलीकीपूर्वसंध्यापरलोगोंनेभरपूरआनंदउठाया।अबीर-गुलालवफाल्गुनीगीतोंसेवातावरणसराबोरतोरहाही,ठंडईकेसाथ-साथठहाकोंकाभीदौरजमकरचला।इसदौरानकलाकारोंनेभोजपुरीगीतों,लतीफोंवजोगिराकेकार्यक्रममेंठहाकेलगतेरहे।खलीलाबादआदिस्थानोंपरमेंफगुआबहारकार्यक्रमकीहोलीखेलेरघुबीराअवधमेंखूबथिरके।रंगोंकेफौव्वारेसेमाहौलऔरभीगुलजारहोउठाहै।फाग,भक्तिगीत,फागकादेरराततकचलेइसगीत-संगीतकार्यक्रमकेबादशायरीवलतीफेभीखूबसुनाएंगए।प्राचीनशिवमंदिरबाबातामेश्वरनाथधाम,गायत्रीशक्तिपीठ,समयमातामंदिर,श्रीरामजानकीमंदिरमेंआयोजितकार्यक्रममेंएकदूसरेकोअबीरगुलाललगाकरसराबोरकिया।यहांगीत-संगीतकेकार्यक्रममेंअबीर-गुलाललगाया।एकदिनपहलेहीगांवसेलेकरकस्बोंमेंलोगोनेहोलीखेलकरएक-दूसरेकोअबीरगुलाललगाकरगलेलगाया।होलिकाकीराखमंगलकारी
होलिकाजलानेकेबाददूसरेदिनराखकाटीकाअपनोंकोलगाकरदीर्घायुकीकामनाकीजातीहै।इसपरंपराकानिर्वहनहरघरमेंकियागया।परंपराकेअनुसारहोलिकादहनकेदौरानजौकीबालियोंकोभूनकरशुभकेरूपमेंघरमेंरखागया।