जागरणसंवाददाता,जींद:जिलेमेंसाल2015सेलेकरअबतकजिलेमेंप्राकृतिकआपदापीड़ितकिसानोंको232करोड़रुपयेकीमुआवजाराशिसरकारकीतरफसेजारीकीजाचुकीहै।डीसीडा.आदित्यदहियानेबतायाकिरबीसीजन2016मेंभी5576किसानोंकोपांचकरोड़49लाखरुपयेकीमुआवजाराशिदीगई।इससेपहलेसाल2015मेंखरीफकीजोफसलसफेदमक्खीकेप्रकोपसेखराबहोगईथी,उसकेतहतकिसानोंको2016-17में127करोड़97लाखरुपयेकीराशिमुआवजेकेरूपमेंदीगई।2017-18मेंही5534किसानोंकोदोकरोड़15लाखरुपयेकीराशिमुआवजेकेरूपमेंबांटीगई।2017मेंभीभारीबारिशकीवजहसेफसलखराबेकेरूपमें10033किसानोंको17करोड़,41लाखकामुआवजादियागया।इससेपहले2014मेंसूखापड़नेकेकारणभी70494प्रभावितकिसानोंको20करोड़22लाखरुपयेकामुआवजादियागया।2018मेंभीखरीफकीफसलकोबारिशसेनुकसानहोगयाथा,जिसमें11266प्रभावितकिसानोंकोचारकरोड़56लाखरुपयेमुआवजेकेरूपमेंदिएगए।2018मेंभारीबारिशकीवजहसेखरीफकीफसलकीबिजाईनहींहोपाईथी,जिसकेचलतेप्रभावित599किसानोंकोनौलाखरुपयेकीमुआवजाराशिजारीकीगईहै।उधरजुलानाकेनिवर्तमानविधायकपरमेंद्रढुलकेअनुसार2018मेंभारीबारिशकीवजहसेखराबहुईफसलकेनुकसानकीभरपाईकेलिएसरकारद्वाराचारकरोड़64लाखसेअधिककीमुआवजाराशिस्वीकृतकीगईहै।
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