संवादसूत्र,बेरीनाग:पिथौरागढ़जिलेकेप्रसिद्धपर्यटनस्थलचौकोड़ीमेंआयोजितदसदिवसीयराष्ट्रीययूथप्रोग्रामकेतहतदेशके24राज्योंकेपांचसौयुवाएकत्रितहुएहैं।विभिन्नप्रांतोंसेआएयुवाएकदूसरेकीसंस्कृतिकेपरिचितहोरहेहैं।
राष्ट्रीयसद्भावनाएवंएकदूसरेराज्यकीसंस्कृतिकोजाननेकेउद्देश्यसेआयोजितकार्यक्रमकाउद्घाटनमहामंडलेश्वरजूनाअखाड़ाश्रीश्री1008स्वामीविरेंद्रानंदकेसानिध्यमेंहुआ।कार्यक्रममेंराष्ट्रीययूथप्रोग्रामकेमुख्यसमन्वयकधर्मेद्रऔरकार्यक्रमसमन्वयकसूरजराठीकेनिर्देशनमेंकियाजारहाहै।कार्यक्रमप्रारंभहोनेसेपूर्वनेशनलयूथप्रोजेक्टकेसंस्थापकस्व.एसएनसुब्बारावकोश्रद्धांजलिदेनेकेसाथहुआ।
प्रतिदिनहोनेवालेकार्यक्रमोंमेंसांस्कृतिककार्यक्रम,पैदलभ्रमण,एकदूसरेसेपरिचयात्मकसत्र,वादविवाद,खेलकूदकार्यक्रमहोरहेहैं।जिसमेंविभिन्नराज्योंसेपहुंचेयुवाप्रतिभागकरएकदूसरेकेनिकटआरहेहैं।शनिवारकोकार्यक्रमकाशुभारंभकरतेहुएस्वामीविरेंद्रानंदनेकहाकियहकार्यक्रमआपसीसद्भावनाकेलिएहै।युवादेशकेकर्णधारहैं।विभिन्नप्रांतोंकेयुवादसदिनतकएकसाथरहकरएकदूसरेकोसमझेंगे।अपनीसंस्कृतिसेदूसरेकोपरिचितकराएंगे।जिससेराष्ट्रीयएकताऔरसद्भावनाबढ़ेगी।यहकार्यक्रमअनेकतामेंएकताकाप्रतीकहैऔरसांस्कृतिकसभ्यताओंकाआदानप्रदानहै।
सुबहसेसायंतकचलनेवालेकार्यक्रमोंमेंयोग,ध्यान,खेलकूद,दर्शनशास्त्र,भगवतचर्चाऔरसांस्कृतिककार्यक्रमोंमेंयुवाशामिलहोरहेहैं।कार्यक्रमकासबसेमुख्यआकर्षणभारतकीसंतानकार्यक्रमरहताहै।
इनराज्योंकेयुवाहैंशामिल
उत्तराखंड,हिमांचलप्रदेश,असम,बिहार,छत्त्तीसगढ़,दिल्ली,गोवा,गुजरात,हरियाणा,जम्मूकश्मीर,कर्नाटक,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,मणिपुर,उड़ीसा,पांडुचेरी,राजस्थान,तमिलनाडु,तेलंगाना,त्रिपुरा,उत्त्तरप्रदेशऔरपश्चिमबंगाल।