बुलंदशहर,जेएनएन।कृषिविज्ञानकेंद्रकेविशेषज्ञोंनेकिसानोंकोपदम्श्रीसेसम्मानितभारतभूषणत्यागीकेजैविकफार्मकाभ्रमणकराया।किसानोंकोआएबढ़ानेऔरजैविकखेतीकेलाभऔरआएबढ़ानेकीबाबतजागरुककियागया।जैविककिसानभारतभूषणत्यागीकीबीहटास्थितजैविकफार्महाऊसऔरनंदाडेयरीफार्महाऊसकाभ्रमणकराया।केवीकेकेअध्यक्षडा.लक्ष्मीकांतनेबतायाकिफसलअवशेषजलानेसेवातावरणदूषितहोताहैऔरजमीनकीमृदाकीउर्वरताभीप्रभावितहोतीहै।इसकेसाथहीमित्रकीटजलकरनष्टहोजातेहैं।भारतभूषणत्यागीनेबतायाकिकिसानअधिकउपजकेचक्करमेंप्रसंस्करणपरनहींदेते।किसानगेहूंकादलियाबनाकरदोहजाररुपयेकीलागतसेआठहजाररुपयेकाबेचसकेंगे।डा.अमरपालसिंहतेवतियानेबतायाकिगेहूंऔरधानकीपुआलकोयूरियाद्वाराउपचारितकरसूखेचारेकीगुणवत्तापरप्रकाशडाला।डा.मनोजकुमारनेबतायाकिपशुओंकोसंतुलितआहारसेहीदुग्धउत्पादनमेंवृद्धिहोगी।मौकेपरडा.मनोजकुमार,रामानंदपटेल,डा.कीतिमणीत्रिपाठी,महेंद्रसिंह,प्रेमपालसिंह,मुकेशकुमार,राजकुमारआदिमौजूदरहे।
फसलोंमेंनुकसानपहुंचारहेपशु,किसानपरेशान
संवादसहयोगी,खुर्जा:बेसहारापशुओंसमेतअन्यजानवरकिसानोंकीफसलोंकोनुकसानपहुंचारहेहैं।इसकारणखेतोंपरझोपड़ीबनाकरकिसानरखवालीकरनेकोमजबूरहैं।शिकायतोंकेबादभीउनकीकोईसुनवाईनहींहोरहीहै।
बुधवारकोक्षेत्रकेगांवपंचगाई,धराऊ,बिचौला,धरारीआदिगांवोंकेकिसानतहसीलपहुंचेऔरएसडीएमकोशिकायतीपत्रदिया।इसमेंबतायाकिगांवबिचौलामेंकरीब500बीघाभूमिवनविभागमेंदर्जहै।इसमेंसौवर्षसेपुरानेकीकड़केवृक्षहैं।जहांकरीबहजारोंकीसंख्यामेंबेसहारापशु,नीलगायसमेतअन्यजानवरोंकाबासहै।रातकेसमययहपशुऔरजानवरइसजंगलसेनिकलकरकिसानोंकेखेतोंकीतरफपहुंचजातेहैं।पिछलेकाफीसमयसेयहपशुऔरजानवरफसलोंमेंनुकसानपहुंचारहेहैं।ऐसेमेंकिसानोंकोफसलकीरखवालीकरनेकेलिएअपनेखेतपरझोपड़ीबनानेकोमजबूरहोनापड़रहाहै।उन्होंनेकहाकिपशुओंकोपकड़करकिसीसुरक्षितस्थानपरपहुंचायाजाए।जिससेकिसानोंकीफसलबर्बादहोनेसेबचसके।इसमेंवीरेंद्रसिंह,रोहताश,धीरेंद्रसिंह,कमलकुमार,मनोजकुमार,श्रीपालसिंह,चंदनआदिरहे।