आगरा,जागरणसंवाददाता।कोरोनाकालमेंकोरोनातोकालबनहीरहाथा,एकनयासंकटभीखड़ाहोगयाथा।कोरोनासंक्रमणकीचपेटमेंआएपरिवारघरमेंकैदहोनेकोमजबूरथे।विशेषकरबुजुर्गोंवबच्चोंकेसमक्षखानेकासंकटखड़ाहोगयाथा।प्रशासनसहायताकररहाथा,लेकिनवोनाकाफीथी।ऐसेमाहौलमेंकमलानगरनिवासीरेखाहसीजानेअपनेसाथियोंकेसाथ'प्रसादम'केरूपमेंअनुपमसेवाकी।घरोंतकसुबह-शामसाथियोंकीसहायतासेभोजनपहुंचाया।15परिवारोंसेहुईशुरुआत600परिवारोंतकपहुंचगईथी।
रेखाहसीजाबतातीहैंकिप्रसादमनेकोरोनाकालमेंनिश्शुल्कखानापहुंचानेकीसेवा11अप्रैलकोशुरूकीथी।पहलेदिनजरूरतमंद11कोविडपाजीटिवपरिवारोंकोखानापहुंचायागयाथा।शुरूआतकोरोनासंक्रमणसेघिरेनजदीकीलोगोंसेकी।इसकेबादधीरे-धीरेसंपर्ककरनेवालेलोगोंकीसंख्याबढ़तीचलीगई।सभीसदस्योंनेशुरुआतमेंअपनेघरोंमेंस्वयंखानाबनायाऔरजरूरतमंदोंतकपहुंचानाशुरूकिया।वाट्सएपपरआएमैसेजसेमिलीथीप्रेरणा
रेखाहसीजानेबतायाकिउन्हेंइसकेलिएवाट्सएपपरआएएकसंदेशसेप्रेरणामिलीथी।अपनीमित्रसेउन्होंनेइसपरचर्चाकीऔरकोविडपाजीटिवपरिवारोंकेघरखानापहुंचानेकीशुरुआतकी।जबअधिकलोगसंपर्ककरनेलगेतोवाट्सएपग्रुप'प्रसादम'बनाकरउससेसेवाकरनेकेइच्छुकअन्यलोगोंकोजोड़ा।पायलडावर,नीनामुनियाल,वर्षाकपूर,सुमनमहाजन,संगीताकत्याल,सुनीलअग्रवाल,विनोदआहूजाआदिग्रुपसेजुड़ेऔरकारवांबढ़तागया।लोगोंसेनहींलेतेथेपैसे
प्रसादमग्रुपमेंशामिलसदस्यकोरोनाकालमेंलोगोंकेघरोंपरभोजनपहुंचानेकाकोईचार्जनहींलेतेथेऔरनहीउन्होंनेकिसीसेइसकीमांगकी।स्वस्थहोनेपरसदस्यमुहिमसेजुड़करसेवाकार्यमेंआर्थिकरूपसेसहयोगकरतेथे।