जासं,कौशांबी:नागपंचमीकात्यौहारजिलेमेंधूमधामसेमनायागया।भक्तोंनेभगवानशिववनागदेवताकीपूजाकी।मंदिरोंमेंसुबहसेलोगोंकीभीड़लगीरहीहै।पूजन-अर्चनकेबादशामकेसमयगुड़ियापिटीगई।
सावनमासकेशुक्लपक्षकीपंचमीतिथिकोयहत्यौहारआजमनायागया।इसत्योहारकोदेखतेहुएपहलेसेहीघरोंमेंसाफसफाईकीगई।सोमवारकीसुबहखासकरग्रामीणक्षेत्रमेंलोगोंनेगायकादूधलेकरअपनेखेतोंऔरमंदिरोंमेंछिड़का।इसकेबादघरोंमेंपक्केपकवानबनाएगए।इसत्योहारमेंगुझियाबनानेकारिवाजहै।लोगोंनेघरोंकीदीवारोंपरसांपोंकीआकृतिबनाई।मान्यताहैकिउनकीपूजाकरनेसेसुखसमृद्धिमिलतीहै।महिलाओंनेझूलाझूलगाएसावनकेगीत
सिराथू,कौशांबी:सावनकेरिमझिमफुहारोंकेबीचझूलेकालुत्फबच्चोंवमहिलाओंनेउठाया।इसदौरानबच्चोंमेंकाफीउल्लासदिखा।मंझनपुर,रामपुरधमावां,कोडर,कसेंदाआदिगांवोंमेंडालियोंआदिगांवोंमेंलोगपेड़कीडालपरपटरालगाकरझूलातैयारकियाऔरफिरउसमेंबैठकरझूला।झूलेपरसावनगीतभीगुनगुनाएं।नागपंचमीकेदिनपूरेगांवमेंझूलेकीधूमरही।