कटिहार।किसीभीदेशकाविकासउसकेआवामकेबीचमोहब्बतसेसंभवहै,लेकिनकेंद्रकीभाजपासरकारदेशमेंनफरतफैलाकरदेशतोड़नेकेरास्तेपरचलरहीहै।इससेदेशकाविकासकभीसंभवनहींहै।आजभारतीयमुद्राकामूल्यबांग्लादेशकीमुद्रासेभीकमहै।उक्तबातेंबहोरवामेंएनआरसीऔरएनपीआरवसीएएकेविरोधमें34दिनोंसेधरनापरबैठीमहिलाओंकोसंबोधितकरतेहुएजनअधिकारपार्टीकेअध्यक्षपप्पूयादवनेकही।
कहाकिजोरामकीविचारधाराकोनहींसमझसका,वहीरामकीबातकरताहैजोसरकारपटेलकीदेशजोड़नेकीभावनाकद्रनहींकरसकावोसरकारपटेलकीमूर्तिलगाताहै।इसदेशकोगांधीकीविचारधारासेभटकारहीहैकेंद्रकीमोदीसरकार।जातिप्रथापरबोलतेहुएउन्होंनेकहाकिजब-जबलोगोंकेजीनेकेतरीकेपरहमलाहुआतब-तबएकनईजातिपैदाहोगई।जिसदेशमें63प्रतिशतमहिलाएंअशिक्षितहों,जिसदेशमेंबड़ीसंख्यामेंलोगगरीबीरेखाकेनीचेबसरकरतीहैवहांलोगकागजातकैसेदिखलाएं।देशमेंजन्मऔरमृत्युप्रमाणपत्र1981मेंशुरूहुआवहांपूर्वजोंकेजन्मप्रमाणपत्रकैसेदिखलाएं।इससेपूर्वभेलाहीकेनन्हेंबच्चेमो.फैजानद्वारासुनाएगएनज्मसेभावुकहोतेदिखेपूर्वसांसद।इसदौरानजनअधिकारपार्टीकेप्रदेशसचिवशशियादव,जिलाध्यक्षजीबूआलम,प्रदेशउपाध्यक्षदेवनारायणयादवउर्फनूनू,प्रदेशमहासचिवशैलेन्द्रशेखर,कमलगुप्ता,जितेन्द्रभगत,पप्पूअनवरसिद्दीकी,रंजनयादव,मो.नूरआसिफआदिमौजूदथे।