चतरा,[संजयशर्मा]।इटखोरीकेबक्साजलाशयसेकईक्षेत्रोंमेंखेतोंकोपटवनकापानीमिलताहै।लेकिनकुछइलाकेऐसेभीहैंजहांपड़ोसमेंजलाशयरहनेकेबादभीखेतप्यासेहैं।किसीभीमौसममेंफसलोंकोखींचनेकेलिएजलाशयसेसिंचाईकापानीनहींमिलपाताहै।
हालांकिइससमस्याकेनिदानकेलिएकिसानोंनेकईदफासरकार,प्रशासनवजनप्रतिनिधियोंसेलिफ्टइरिगेशनकीमांगकीहै।लेकिनकिसानोंकीयहमहत्वपूर्णमांगआजतकपूरीनहींहोपाईहै।इससेसिंचाईसेवंचितक्षेत्रोंकेकिसानोंमेंमायूसीछाईहुईहै।
बक्सासिंचाईपरियोजनाचतराजिलेकीसबसेबड़ीसिंचाईपरियोजनाहै।इससिंचाईपरियोजनासेकरीब40किलोमीटरलंबीनहरबनाईगईहै।इससेकरीबछहहजारएकड़भूमितकसिंचाईकापानीपहुंचायाजाताहै।हालहीमेंइसमहत्वपूर्णसिंचाईपरियोजनाका59करोड़रुपयेकीलागतसेजीर्णोद्धारभीकियागयाहै।लेकिनबक्सासिंचाईपरियोजनाकेसमीपकईऐसेगांवहैं,जहांपड़ोसमेंजलाशयरहनेकेबादभीखेतप्यासेहैं।
बक्साजलाशयकेसमीपलेंबोडीह,मुरुमदाग,हलमत्ता,माधोपुर,टोनाटाढ,नगवा,बिसनापुरआदिगांवऐसेहैं,जोबक्साजलाशयकेकाफीनिकटहैं,लेकिनसमस्यायहहैकिउपरोक्तगांवजलाशयसेऊंचाईवालेक्षेत्रमेंस्थितहैं।ऐसीस्थितिमेंबक्सासिंचाईपरियोजनासेबनाईगईनहरोंकेमाध्यमसेइनगांवकेखेतोंतकसिंचाईकापानीपहुंचानासंभवहै।
हालांकिलिफ्टइरिगेशनकेमाध्यमसेउपरोक्तगांवकेखेतोंतकसिंचाईकापानीपहुंचायाजासकताहै।बक्सासिंचाईपरियोजनाकेनिर्माणकेवक्तहीकिसानोंनेलिफ्टएरिगेशनकीमांगकीथी।इसदौरानकईसरकारेंबनी।कितनेहीअधिकारीआए,कईजनप्रतिनिधिबने।लेकिनकिसानोंकीलिफ्टइरिगेशनकीमांगआजतकपूरीनहींहोपाईहै।
खेतोंकोमुंहचिढ़ातीहैनहरकीगहराई
बक्सासिंचाईपरियोजनासेबनाईगईनहरकीगहराईकुछक्षेत्रोंमेंकाफीअधिकहै।ऐसेक्षेत्रोंमेंनहरखेतीलायकजमीनकेबीचों-बीचसेगुजरीहै।लेकिनगहराईअधिकरहनेकेकारणनहरसेखेतोंकोसिंचाईकापानीनहींमिलपाताहै।सबसेदुखकीबातयहहैकिनहरकेनिर्माणमेंजिनकिसानोंकीजमीनकाअधिग्रहणहुआहै,उनकिसानोंकोभीनहरसेसिंचाईकापानीनहींमिलपाताहै।
बक्सानहरकीगहराईकासबसेज्यादानुकसानइटखोरीगांवकेकिसानोंकोहोरहाहै।यहांनहरकीगहराईकरीबदससेबीसफीटतकहै।ऐसीस्थितिमेंनहरकेपानीकोऊंचाईमेंस्थितखेतोंतकलानामुमकिननहींहै।इटखोरीगांवकेकिसानोंनेभीकईबारलिफ्टइरिगेशनलगानेकीमांगकीहै।लेकिनयहांकेकिसानोंकीभीमांगनक्कारखानेमेंतूतीकीआवाजहीसाबितहुईहै।