रायबरेली:लालगंजमेंदोकोल्डस्टोरेजसेआलूकेकरीब37हजारबोरेफेंकदिएगए।ऐसातबहुआजबनोटिसदेनेकेबावजूदकिसानअपनाजमाआलूउठानेनहींआए।आखिरकार,शीतगृहप्रबंधननेउक्तआलूकीबोरियोंकोजेसीबीसेगड्ढाखोदवाकरजमींदोजकरादिया।
लालगंजमेंलक्ष्मीवकामतानाथकोल्डस्टोरस्थितहै।लक्ष्मीकोल्डस्टोरकीक्षमताडेढ़लाखसेअधिकबोरीकीहै।यहांसेकरीब15हजारबोरीआलूफेंकागयाहै।उधर,कामतानाथकोल्डस्टोरमेंभीएकलाखदसहजारबोरीआलूरखागयाथा।उसमेंसेलगभग25हजारबोरीआलूकिसानोंकेनआनेकेचलतेफेंकागयाहै।बतातेहैंकिभलेहीबाजारमेंआलूसस्तानहोरहाहोलेकिनकिसानोंकोआलूकाउचितमूल्यनमिलनेकेचलतेवेकोल्डस्टोरमेंरखाआलूलेनेनहींआरहेहैं।फरवरीमाहकेदूसरेपखवारेसेएकबारफिरसेकोल्डस्टोरोंमेंआलूरखाजानाहै।इसकेचलतेकोल्डस्टोरेजसंचालकअपनेगोदामखालीकरनेकेलिएकिसानोंकोकहरहेहैं।उधर,किसानोंकोउसआलूकेमूल्यसेशीतगृहोंकाकिरायाभीचुकानामुश्किलपड़रहाहै।ऐसेमेंवेकोल्डस्टोरेजसेअपनाआलूलेनेहीनहींजारहेहैं।
नहींनिकलपारहीलागत
दरअसल,कोल्डस्टोरमेंआलूरखनेकाभाड़ा225रुपयेकुंतलहै।इसकेबादपल्लेदारी,बोरा,आलूलानेलेजानेकेलिएवाहनभाड़ाआदिलेकरकिसानोंकोतीनसौसे325रुपयेक्विंटलकाखर्चवहनकरनापड़ताहै।आलूउत्पादनमेंभीलगभगतीनसौरुपयेप्रतिक्विंटलकाखर्चआताहै।इसप्रकारकिसानोंकोछहसौसे625रुपयेप्रतिक्विंटलआलूकीलागतआतीहै।आढ़तवालेआलूकाइतनामूल्यनचुकाकरकममूल्यदेतेहैं,जिसकेचलतेकिसानोंकोआर्थिकक्षतिहोतीहै।इसकेचलतेएकओरकिसानोंकोआर्थिकक्षतिहोतीहै,वहींदूसरीओरकोल्डस्टोरेजसंचालकोंकोभीघाटाउठानापड़रहाहै।
नोटिसपरनहींआएकिसानतोहटवानापड़ाआलू
कामतानाथकोल्टस्टोरेजकेसंचालकओमप्रकाशशुक्लकाकहनाहैकिकिसानोंकोआलूउठानेकानोटिसदियागयाथालेकिनजबसमयसीमाबीतगईतोकोल्डस्टोरेजसे25हजारबोरीआलूहटादियागया।आलूकोजेसीबीसेगड्ढाखोदवाकरबंदकरदियागया।