बलरामपुर:संयुक्तजिलाचिकित्सालयमेंकूड़ाप्रबंधनकेनामपरहरसालकरीबपांचलाखरुपयेसाफहोरहेहैं,लेकिनगंदगीदूरनहींहोसकीहै।रोजानाभारीमात्रामेंनिकलनेवालाअस्पतालीकचरालोगोंकोबीमारियांबांटरहाहै।अस्पतालआनेवालेमरीजोंवतीमारदारोंकेसाथहीवहांतैनातस्वास्थ्यकर्मियोंमेंभीसंक्रमणफैलनेकीआशंकाबनीरहतीहै।अस्पतालीकचरेकेनिस्तारणकेलिएबनेनियम-कानूनकाखुलेआममखौलउड़ायाजारहाहै।बावजूदइसकेजिम्मेदारअफसरइसओरआंखमूंदेहुएहैं।यहहैकूड़ानिस्तारणकेनियम:
अस्पतालोंसेनिकलनेवालेबायोमेडिकलवेस्टकेनिस्तारणकेलिएसख्तनियमबनाएगएहैं।अस्पतालीकचरेकोनीले,लालवपीलेरंगकेडिब्बोंएवंकूड़ेदानमेंडालनेकानियमहै।जिसेबादमेंइलेक्ट्रॉनिकभट्ठीमेंजलानाहोताहै।इसभट्ठीकीचिमनीन्यूनतम200फीटऊंचीहोनीचाहिए,ताकिपर्यावरणप्रदूषितनहो।तीसरेदिनउठताहैकूड़ा:
संयुक्तअस्पतालमेंकूड़ानिस्तारणकाठेकास्पेक्ट्रमकंपनीकोमिलाहै,जोहरसालअस्पतालसेकरीबपांचलाखरुपयेशुल्कलेतीहै।कूड़ारोजानाकेबजायतीसरेदिनउठायाजाताहै।ऐसेमेंअस्पतालमेंफैलामेडिकलवेस्टबीमारियोंकासबबबनरहाहै।रोजानाडायरिया,मलेरिया,टायफाइडसमेतअन्यबीमारियोंसेग्रसित500सेअधिकमरीजअस्पतालआतेहैं।इनकेउपचारमेंउपयोगहोनेवालाइंजेक्शन,रुई,पट्टी,वॉयलवदवाओंकीखालीबोतलेंइधर-उधरफेंकदीजातीहै।जिससेतीमारदारवअन्यमरीजबीमारियोंकेसंक्रमणमेंआजातेहैं।अस्पतालपरिसरमेंस्थिततालाबभीकचरेसेपटताजारहाहै।वर्जन
कूड़ानिस्तारणकेलिएनामितस्पेक्ट्रमकंपनीकीगाड़ीतीसरेदिनकूड़ालेनेआतीहै।तालाबमेंअधिकतरसामान्यकूड़ाहै।अस्पतालीकचरानफेंकनेकेलिएसीएमएसकोहिदायतदीगईहै।
डॉ.घनश्यामसिह,सीएमओ