हरदोई:लोकतंत्रकेमहापर्वपरजबहरवर्गअपनेदायित्वोंकानिर्वहनकररहाथाऐसेमेंकिसानभीपीछेनहींरहा।खेतोंमेंअपनेरोजानाकेकर्मसेपहलेउन्होंनेमतदानकेंद्रपरजाकरअपनाफर्जनिभाया।जिलेके3501बूथोंपरहुआ।इसमेंदोहजारसेअधिकबूथग्रामीणक्षेत्रोंमेंरहे।इनबूथोंपरसुबहसेहीमतदाताओंकापहुंचनाजारीरहा।इनमेंअधिकांशमतदाताकिसानवउनकेपरिवारकेसदस्यशामिलरहे।मतदानकेबादकिसानोंनेखेतोंपरपहुंचकरकार्यशुरूकिया।हरदोईविधानसभाक्षेत्रकेग्रामखेतुईकेखेतोंमेंकार्यकररहेकिसाननरेश,रामरतन,छोटेआदिनेबतायाकिनिश्चितरूपसेचुनावमेंकिसानोंकीसमस्याओंकोलेकरमुद्दाबनायागयापर,सत्ययहभीहैकिपिछलेपांचसालोंमेंउनकीसमस्याओंकासमाधानकरनातोदूरउनपरविचारतकनहींकियागया।सबसेअधिकपरेशानीछुट्टामवेशियोंसेहुई।गोशालाएंबनींपरउससेअधिकलाभनहींहोसका।उन्होंनेबतायाकिकिसानभीअपनेभविष्यकेलिएचितितहै।इसलिएवहपहलेवोटडालनेगएऔरउसकेबादअपनेखेतोंपरवापसआकरआलूखोदरहेहैं।इंसेट
क्याहमलोगोंकाजीवनस्तरकभीसुधेरगा
हरदोई:खेतुईकेनरेशवरामरतनकाकहनाहैकिवहअपनेमताधिकारकाप्रयोगहमेशाकरतेहैं।आगेभीकरेंगे।परक्यायहसरकारेंअपनेदायित्वोंकोपूराकरपातींहैंऔरकिसानोंकेबारेमेंसोचपातीहैं।इंसेट
कैमरादेखतेहीदिखाईअंगुली
हरदोई:कैमरादेखतेहीकिसानोंनेअपनीअंगुलीदिखाईऔरकहाकिदेखोहमकितनेसजगहैं।हमअपनेदायित्वोंकोनिभातेहैं।यदिइतनाहीसरकारेंभीकिसानोंकेबावतसोचलेंतोकिसानोंकाभविष्यभीसुधरसकताहै।