भारतमेंलॉकडाउनदोहफ़्तेकेलिएबढ़ादियागयाहै,लेकिनइसबारघरोंमेंकामकरनेवालीमेड-हेल्परोंकोकामपरलौटनेकीइजाज़तदीगईहै.इसकेबादलाखोंमिडिलक्लासघरोंमेंबहसशुरूहोगईहैकिइनकामकरनेवालोंकोघरमेंआनेदेंयानहीं?
एकदोस्तनेएकबारकहाथाकिउसेअपनेपतिऔरघरेलूमेडमेंकिसीएककोचुननापड़ेतोवहघरेलूमेडकोचुनेगी.
यहबातभलेमज़ाकमेंकहीगईथीलेकिनइससेयहज़ाहिरहोताहैकिभारतकेलोगअपनेघरेलूहेल्परोंपरकितनेनिर्भरहैं.
आधिकारिकअनुमानोंकेमुताबिक़भारतकेमिडिलक्लासऔरसंपन्नतबकेकेघरोंमेंमामूलीपैसोंपरकामकरनेवालेहेल्परोंकीसंख्या40लाखसेअधिकहै.अनाधिकारिकतौरपरयहसंख्यापांचकरोड़केआसपासबताईजातीहै.घरेलूकामधंधोंमेंकामकरनेवालेलोगोंमेंदोतिहाईमहिलाएंहैं.
घरेलूमेडऔरइनलोगोंकोकाममुहैयाकरानेवालेपरिवारएकदूसरेपरनिर्भरहैं.बेहदग़रीबीऔरकिसीख़ासकामकीदक्षताकेअभावकेचलतेग्रामीणइलाक़ेसेआएलोगोंकेलिएयहआजीविकाकाएकज़रियाहैजबकिदूसरीतरफ़मिडिलक्लासथोड़ेपैसेखर्चकरकेआरामऔरसुविधाकेसाथघरपरिवारचलाताहै.
लेकिनबीतेछहसप्ताहकेदौरानभारतकेलाखोंमिडिलक्लासपरिवारोंकोबिनामेड,कुक,बच्चोंकीदेखभालकरनेवालीनैनी,नर्स,ड्राइवरऔरमालीकेकामचलानापड़ाक्योंकिसख्तलाकडॉउनकेचलतेयहसबलोगकामकेलिएकहींआजानहींसकतेथे.
शुरुआतमेंयहलॉकडाउनकेवलतीनसप्ताहकेलिएलगायाथातोलोगोंनेइसेस्वीकारकियाक्योंकिउन्हेंलगाकितीनहफ्तोंकीहीबातहै.इसदौरानकुछबॉलीवुडसितारोंनेअपनेघरोंमेंसाफ़सफ़ाईकरते,खानाबनातेऔरबर्तनधोतेवीडियोभीइंस्टाग्रामपरपोस्टकिए.
लेकिनइसकेबादलॉकडाउनदोबारबढ़ायाजाचुकाहै.जबयहबढ़नेलगातबमिडिलक्लासपरिवारअपनेघरेलूहेल्परोंकोमिसकरनेलगे.
इसदौरानयहचर्चाभीहोनेलगीकिबुज़ुर्गलोगकिसतरहमुश्किलोंकासामनाकररहेहैं.ख़ासकरवेलोगजिनकास्वास्थ्यठीकनहींहो,उन्हेंकिसतरहकीमुश्किलेंहोरहीहैं.
इसकेबादघरेलूमेडऔरहेल्परोंकीमुश्किलोंकीबातशुरूहोगईक्योंकिउनकेपासभीकामपरलौटनेकेसिवादूसराविकल्पनहींथा.
घरेलूहेल्परमुहैयाकरानेवालेऑनलाइनप्लेटफॉर्महेल्पर4यूकीप्रमुखमीनाक्षीगुप्ताजैननेबताया,"कइयोंकीनौकरीचलीगईऔरकइयोंकाकहनाथाकिलॉकडाउनकेदौरानउन्हेंसैलरीनहींमिलरहीहै."
पिछलेएकमहीनेसेहेल्पर4यूकीकोविडहेल्पलाइनकेवॉट्सऐपनंबरपरमीनाक्षीकोहरदिन10से15मैसेजमिलरहेहैं.इनमेंमेड,ड्राइवरऔरकुकमददमांगरहेहैं.
मीनाक्षीगुप्ताजैननेबताया,"वेलोगकहरहेहैंकिउनकेपासपैसेनहींरहे.हमक्याकरसकतेहैं?हमअपनेबच्चोंकोकैसेखिलाएं?हमउन्हेंउसइलाक़ेमेंकामकरनेवालीचैरेटीसंस्थाओंकेपासभेजरहेहैंताकिउन्हेंमुफ्तमेंराशनऔरकुकिंगगैसमिलपाए."
दिल्लीमेंघरेलूहेल्परसोनिकावर्मानेसोमवारसेअपनेकामपरजानाशुरूकरदियाहै.वहख़ुदकोख़ुशकिस्मतमानतीहैंक्योंकिवहजिसघरमेंकामकरतीहैं,उनलोगोंनेउन्हेंलॉकडाउनकेसमयकीसैलरीभीदीहै.
सोनिकावर्मानेबताया,"इनसभीसप्ताहोंकेदौरानमैंकाफ़ीतनावमेंरही.मेरेपतिऑटोरिक्शाचलातेहैं.लेकिनऑटोचलानेपररोककेचलतेवेघरपरबैठेहुएहैं.मैंभीकामपरनहींजापारहीथी.मैंडरीहुईथीकिअगरमेरीनौकरीचलीगईतोहमलोगक्याकरेंगे?"
सोनिकानेबतायाकिउनकीबहनोंकोलॉकडाउनकेदौरानकोईसैलरीनहींमिली.
सोनिकानेबताया,"वेजिनकेयहांकामकरतीथींउनलोगोंनेउसेमार्चमेंकेवलउतनेहीदिनकीहीसैलरीदी.अप्रैलकाकोईभुगताननहींहुआ.उनलोगोंनेकहाथाकिकामपरलौटनेकेबादहीपैसामिलेगा.लेकिनअभीतकउन्होंनेकामपरवापसनहींबुलायाहै."
दरअसल,सोनिकाकीबहनोंकोकामपरनहींवापसनहींबुलाएजानेकीवजहहै,कईआवासीयसोसायटीयेतयनहींकरपाईहैंकिवेघरेलूहेल्परोंकोआनेकीअनुमतिदेंगीयानहीं.इसकोलेकरबहसदेखनेकोमिलरहीहै.
कुछलोगोंकाकहनाहैकिअभीपाबंदीहटाईगईहै,कोरोनावायरसतोमौजूदहीहै.ऐसेलोगोंकोआशंकाहैकिबाहरीलोगोंकोसोसायटीकेअंदरआनेदेनेसेकोरोनावायरसकासंक्रमणउनतकपहुंचसकताहै.
हालांकिइससेरायकेउलटकुछलोगोंकामाननाहैकिबुजुर्गऔरबीमारलोगोंकीजरूरतोंकीउपेक्षानहींकीजासकती.भारतकेअधिकांशमिडिलक्लासपरिवारोंमेंबर्तनधोनेऔरकपड़ेधोनेकीमशीनेंनहींहोतींऔरउनकेलिएघरोंकोकामकरनामुश्किलभराहोताहै.
नोएडाकीपॉशसोसायटीएटीएसग्रीन्सकेअध्यक्षअनिलतिवारीनेबतायाकिघरेलूहेल्परोंकोअंदरआनेकेमामलेपरउनकीसोसायटीतैयारहै.उन्होंनेबताया,"हमारेयहां735अपार्टमेंट्सहैं.इसमेंकइयोंमेंसीनियरसिटीजनअकेलेरहतेहैं.इनमेंकइयोंकोबेहदमुश्किलोंकासामनाकरनापड़रहाहै.हमनेइनबातोंकोध्यानमेंरखाहै."
इससोसायटीमेंरहनेवालेब्रिगेडियर(रिटायर्ड)कुलदीपसिंहछोक्करनेअपनीमुश्किलोंकोकाफीचुनौतीपूर्णबताया.80सालकेकुलदीपसिंहकैंसरसर्वाइवरहैं.पेसमेकरपरनिर्भरहैं.उनकी75सालकीपत्नीभीस्वास्थ्यसमस्याओंकासामनाकररहीहैं.
कुलदीपसिंहछोक्करनेफोनपरबताया,"अगरहमारीउम्रकमहोतीहै,तोहमचीज़ोंकोसंभाललेते.लेकिनघरकोमेंटेंनकरनेमेंकाफीमुश्किलहोरहीहै."
लॉकडाउनसेपहले,हरदिनब्रिगेडियर(रिटायर्ड)छोक्करकेयहांपार्टटाइममेड,एकमालीऔरकारसाफकरनेवालाक्लीनरकामकरनेआतेथे.
इनलोगोंकोकामपरवापसबुलानेपरछोक्करनेकहा,"हमबुलानाचाहतेहैं.इससेहमारीमुश्किलकाफ़ीकमहोजाएगी."
मेरीपड़ोसीपिंकीभाटियारिटायर्डस्कूलटीचरहैं,वहघरेलूहेल्परकोकामपरवापसबुलानेकेमुद्देपरथोड़ीचिंतिंतहैंहालांकिउनकीपीठमेंतकलीफहैऔरबिनाकिसीमददकेघरेलूकामोंमेंउन्हेंबेहदमुश्किलहोतीहै.
उन्होंनेबताया,"हमारेपासकोईरास्तानहींहै.हमेंखुदसेहीसारेकामकरनेपड़रहेथे-खानाबनानेसेलेकरपोछालगाने,बर्तनधोनेऔरकपड़ेधोनेतक."
मिसेजभाटिया65सालकीहैंजबकिहाइपरटेंशनऔरहृदयसंबंधीमुश्किलोंसेग्रस्तउनकेपति70सेअधिकउम्रकेहैं.
कोरोनावायरसपरसरकारकीएडवाइजरीमेंकहागयाहैकि60सालसेअधिकउम्रकेलोगोंकेसंक्रमितहोनेकाखतराज्यादाहै,ऐसेलोगोंसेघरसेनहींनिकलनेकोकहागयाहै.इसकेबादसेभाटियादंपतिबीतेछहसप्ताहसेघरोंमेंकैदहोकररहगएहैं.
मिसेजभाटियानेबताया,"पड़ोसीकाड्राइवरहमारेलिएस्थानीयमार्केटसेदूधऔरराशनकासामानलादेताहै."घरेलूमेडकोकामपरबुलाएंयानहींबुलाएं,इसकोलेकरउनकीसोचस्पष्टनहींहोरहीहै.
उन्होंनेबताया,"मेरेबच्चेमुंबईऔरस्विटजरलैंडमेंरहतेहैं.मैंनेउनसेपूछातोउन्होंनेकहाकिएकसप्ताहऔररुकनेकोकहाहै.इसदौरानस्थितिकोदेखनेकोकहाहै.इसलिएहमएकसप्ताहइंतजारकरेंगे."
मीनाक्षीगुप्ताजैनकामाननाहैकिजबसफाईकर्मियोंऔरसब्जीबेचनेवालोंकोअंदरआनेकीअनुमितमिलरहीहैतोघरेलूमेडऔरड्राइवरोंकोक्योंसजामिलरहीहै?
उन्होंनेकहा,"आपइनलोगोंकोमास्क-सेनिटाइजरदेसकतेहैंऔरअपनेघरमेंरहनेकेदौरानइस्तेमालकेलिएएकसेटकपड़ा.सारीसावधानीरखिएलेकिनइनलोगोंकोकामपरबुलालीजिए."