फरधान(लखीमपर):गन्नाकिसानोंकीसमस्याओंकोलेकरभारतीयकिसानयूनियनलोकतांत्रिककार्यकर्ताओंनेथानेकाघेरावकिया।किसानोंकीसमस्याओंकाएकज्ञापनसीओआरकेवर्माकोदिया।
थानागेटपरभाकियूलोकतांत्रिककेकार्यवाहकप्रदेशअध्यक्षप्रदीपशुक्लाउ़र्फश्यामूनेकहाकिप्रदेशसरकारगन्नाकिसानोंकीसमस्याओंकीओरकोईध्याननहींदेरहीहै।जिससेकिसानोंकेसमक्षआर्थिकतंगीपैदाहोगईहै।किसानआत्महत्याजैसेकदमउठानेकोविवशहै।सरकारकोजगानेकेलिएहीथानाघेरोकार्यक्रमकियाजारहाहै।गोलातहसीलअध्यक्षमहेशचंद्रनेकहाकिकिसानदेशकाअन्नदाताहैजबतककिसानखुशहालनहींहोगातबतकदेशखुशहालनहींहोगा।उन्होंनेगन्नाकिसानोंकीसमस्याओंकानिराकरणनहोनेपरऔरजबरदस्तआंदोलनकरनेकीबातकही।इसकेबादसीओको15सूत्रीयज्ञापनदिया।जिसमेंचीनीमिलोंकागन्नाढोरहेओवरलोडवाहनोंकासंचालनरोकने,मौजूदासीजनकेगन्नेकाभुगतान14दिनोंमेंकराने,गन्नामूल्य400करनेक्रयकेंद्रोंपरहोनेवालीघटतौलीरोकनेतथाओवरलोडकेनामपरकिसानोंसेपुलिसप्रशासनद्वाराधनउगाहीकीजातीहै।मोहनतिवारी,राजारामभारती,अतुलमिश्र,सचिनशुक्ला,धर्मेंद्र¨सह,रवितिवारी,अरविन्दमिश्र,विमलवर्मा,बलजीतकौर,मंजूदेवी,पुष्पादेवीआदिमौजूदरहे।