बस्ती:गोविदनगरचीनीमिलपिछलेदोसत्रसेबंदपड़ीहै।मिलकिसानोंकाकरीब42करोड़रुपयेदबाएबैठीहै।बकायानमिलनेसेकिसानोंएवंमिलश्रमिकोंकोसमस्याओंकासामनाकरनापड़रहाहै।
मिलबंदहोनेकेबादस्थानीयगन्नाकिसानोंकोगन्नाआपूर्तिहेतुमुंडेरवामिलकेक्रयकेंद्ररमवापुरसेसंबद्धकरदियागया।इसकेंद्रपरकिसानअपनागन्नातौलकराभीरहेहैं।दोसत्रबीतजानेकेपश्चातभीकिसानोंकेबकायागन्नामूल्यभुगतानकीकोईपहलनहींहुई।बकायानमिलनेसेकिसानोंकीमुश्किलबढ़गईहै।बहुतसेकिसानऐसेभीहैजिनकीपूरीगृहस्थीगन्नाकेपैसेसेहीचलतीहै।रुपयेकेअभावमेंबेटीकीशादीऔरमकाननिर्माणजैसेकार्यभीरुकेपड़ेहैं।किसानलालमन,चौधरी,रामधीरजचौधरी,रामप्रकाशचौधरी,बिदुप्रसादचौधरी,रामकुमारचौधरी,रजनीशचौधरी,रमाकांतआदिकिसानोंकाकहनाहैकिमिलनेपिछलेदोसत्रकागन्नामूलभुगताननहींकियाहै।गन्नामूल्यसेहीशादीविवाहमकाननिर्माणआदिकार्यकरतेहैं,कितुमिलप्रबंधनकीउदासीनतासेपरेशानीबढ़गईहै।
श्रमिकभीभूखमरीकेकगारपर
चीनीमिलबंदहोजानेसेमिलश्रमिकबेरोजगारहोगएहै।रोजगारनमिलनेसेउनकेसमक्षभूखमरीकीस्थितिपैदाहोगईहै।श्रमिकोंकेवेतनवअन्यमदमेंकरीबपांचकरोड़बकायाहै।कमलेशपटेल,अंगदवर्मा,वीरेंद्रचौधरी,धर्मेंद्रचौधरी,अवनीशचौधरी,रामगोपालमौर्याआदिकाकहनाहैकिकिसानोंकागन्नातोदूसरेक्रयकेंद्रसेसंबद्धकरादियागयाकितुहमलोगोंकारोजगारछिनगयाहै।परिवारभुखमरीकेकगारपरआचुकाहै।