मेरठ,जेएनएन।नारीबेचारीकह-कहकरशोषितबहुतकरडाला,खुदकोसशक्तकरनारीसशक्तीकरणकरडाला..।येपंक्तियांआजकीनारीपरसटीकबैठतीहैं।नारीघर-परिवारकीजिम्मेदारीनिभातेहुएआजदेशऔरसमाजकेलिएनसिर्फअपनासर्वस्वन्योछावरकररहीहै,बल्किहरपरिस्थितिकाडटकरसामनाकरतेहुएमुकामभीहासिलकररहीहै।जनपदकीकुछबेटियोंऔरमहिलाओंकीकहानीभीसमाजकेलिएप्रेरणादायीहै।इन्होंनेबुरेवक्तमेंनसिर्फपरिवारकीजिम्मेवारीसंभाली,बल्किकदम-कदमपरलड़करमुकामभीहासिलकिया।आइए,8मार्चयानीअंतरराष्ट्रीयमहिलादिवसकेअवसरपरसमाजकेलिएप्रेरणादायीबनींकुछऐसीहीबेटियोंकेबारेमेंजानतेहैं..।
बेसहारालोगोंकाबनींसहारा
जिनलोगोंकोअपनोंनेहीअनदेखाकरघरसेनिकालदियाहोऔरदर-दरभड़कनेकेलिएमजबूरकरदियाहो।ऐसेलोगोंकेलिएइलाजऔरदेखभालकरनेवालातोदूरकोईखानेतककेलिएपूछनेवालानहींहोता।लेकिनमहिलाचिकित्सकडा.काननत्यागीइनबेसहाराऔरमानसिकरूपसेविक्षिप्तलोगोंकोसड़कसेउठाकरउनकेइलाजकेसाथरहनेऔरभोजनकीव्यवस्थाभी'अपनाघरआश्रम'केजरिएकररहीहैं।जिसकीशुरुआतसाल2018मेंहुईऔरतबसेअबतकलगभगदोसौऐसेहीलोगोंकोरेस्क्यूकरउनकाइलाजदेखभालऔरकुछकोउनकेघरवापसभेजचुकीहैं।70वर्षीयडा.काननबतातीहैंकिकईबारइनबेसहारालोगोंकीहालतबहुतदयनीयहोतीहै।खानेकोभोजनऔरपहननेकेलिएकपड़ेतकनहींहोते।यहांतककिगंदगीमेंरहनेकेकारणइनकेशरीरमेंकीड़ेतकपड़जातेहैं।ऐसेमेंसाफ-सफाईकेसाथहीइलाजऔरखाने-रहनेऔरपहननेकीव्यवस्थाभीइनकेलिएकीजातीहै।आश्रममेंइससमयभीऐसे31लोगहैं।जल्दहीसाबुनगोदामकेसमीपदयालगु्रपइंडस्ट्रीकेसहयोगसेबड़ाअपनाघरआश्रमतैयारकियाजारहाहै,जोतीनसेचारमाहमेंबनकरतैयारहोजाएगा।इसमें60से65लोगरहसकेंगे।
अपनेदमपरबनायाब्रांड
परेशानियोंसेहारकरकुछलोगजहांबैठकरकिस्मतकारोनारोतेहैं,वहींकुछऐसेभीहैजोलड़करउनकासामनाकरतेहैं।गंगानगरनिवासीलवीनाजैननेनसिर्फपतिसंदीपजैनकोकैंसरहोनेपरपरिवारकोसंभालाबल्किखुदभीकैंसरकीजंगजीती।पतिकाट्रांसपोर्टकाकारोबारबंदहोगयाऔरकीमोथेरेपीऔरमहंगीदवाइयोंकेखर्चनेपरिवारकीकमरतोड़दी।लेकिनलवीनानेहारनहींमानीऔरहरपरिस्थितिकासामनाकरतेहुएसाल2011में1500रुपयेमेंअचार,मुरब्बाऔरस्क्वैशबनानेकाकामशुरूकिया।सबसेपहलेउन्होंनेमात्रदसबोतलसेअपनाकामशुरूकियाऔरआजउनकेतृप्तिफूड्सब्रांडकीपहचानदेशऔरविदेशतकमेंहै।लवीनाअचारकेकारोबारसे15महिलाओंकोरोजगारदेरहीहैं।यहांतककिउनकेआसपासरहनेवालेबच्चेऔरबड़ेसभीउन्हेंअचारवालीआंटीकहकरपुकारतेहैं।
शिक्षाकेलिएजीवनकुर्बान
नौकरीकोलोगजीवकोपार्जनकेनजरिएसेदेखतेहैं,ऐसेकमहीहोतेहैंजोअपनेकामकोहरदिनचैलेंजकेरूपमेंस्वीकारकरें।शिक्षादेनेसेबढ़करकोईसमाजसेवानहीहै।ऐसामाननाहैअल्लीपुरस्थितप्राथमिकविद्यालयकीप्रधानाचार्यडा.कौसरजहांका।जिनकेपितानूरमोहम्मदमसूदीभीएकशिक्षकथे,औरउन्होंनेअपनीचारबेटियोंमेंसेतीनकोशिक्षकबनाया।उन्हींकेमार्गदर्शनमेंकौसरनेअपनेलक्ष्यकोहासिलकिया।आज18सालसेवहबच्चोंकीशिक्षाकेलिएकामकररहीहैं।यहांतककिसाल2016मेंआदर्शविद्यालयपुरस्कारऔरमलालायूसुफजईअवार्डकेअलावावर्ष2018मेंमुख्यमंत्रीयोगीआदित्यनाथसेराज्यअध्यापकअवार्डभीप्राप्तकरचुकीहैं।साथहीकौसरनेशादीनकरनेकाफैसलालिया।जिससेवहबच्चोंकीशिक्षाकेलिएबेरोकटोककामकरसकें।कौसरअपनेखर्चपरऐसी25लड़कियोंकोदसवींऔर12वींकीपरीक्षादिलवाचुकीहैं,जिन्हेंकिसीकारणबीचमेंहीस्कूलछोड़नापड़ा।
महिलाओंकेहककेलिएकियाआमरणअनशन
अपनीलड़ाईतोहरकोईलड़लेताहै।ऐसेकमहीलोगहोतेहैंजोदूसरोंकेहककेलिएआगेआतेहैं।कांधलाकेगांवसुन्नाकीरहनेवालीआरजीपीजीकालेजप्राचार्यडा.निवेदितामलिकनेपांचवींतककीपढ़ाईगांवमेंकिसीतरहकी।उसकेबादवहखानपुरकलांसोनीपतकेकन्यागुरुकुलमेंछात्रावासमेंरहकरग्रेजुएशनकी।डा.निवेदिताबतातीहैंकिवहगांवसेबाहरजाकरपढ़नेवालीपहलीलड़कीथीं,कन्यागुरुकुलमेंशिक्षाप्राप्तकरनेकेदौरानजबभीछुट्टियोंमेंगांवआयाकरतीथी।मैंघर-घरजाकरसंध्याआरतीऔरहवनकरवायाकरतीथी।आजभीघरमेंसंध्याआरतीऔरहवनकरनेकानियमपालनकरतीहूं।आगेकीपढाईचौधरीचरणसिंहविविऔरआइआइएमसीसेहिदीपत्रकारिताकरनेवालीनिवेदितानेचौधरीचरणसिंहविविमेंस्टूडेंटयूनियनमेंमहिलाओंकीभागीदारीनहोनेपरआमरणअनशनपरबैठकरअपनीबातमनवाई।
छायाकीटीमकाआजफाइनलमेंहोगाबरेलीटीमसेसामना
क्रिकेटकीबातआतेहीलड़कोंकाजिक्रआताहै।लेकिनछायाकरानाऔरउनकीक्रिकेटटीमजबमैदानपरबल्लालेकरउतरतीहैतोलोगदेखतेरहजातेहैं।मेरठकीओरसेछायाकीक्रिकेटटीमअंतरराष्ट्रीयमहिलादिवसकेअवसरपरबरेलीमेंचलरहेवुमनटी-20टूर्नामेंटमेंखेलरहीहैऔरमंगलवारबरेलीकीटीमकेसाथफाइनलमैचहोगा।साल2006सेक्रिकेटखेलरहींछायारणजीट्राफीअंडर-19खेलचुकीहैं।छायानेवर्ष2019मेंक्रिकेटएकेडमीकीशुरुआतकीऔरआजवह30सेअधिकलड़कियोंकोक्रिकेटकीबारीकियांसिखारहीहैं।जिससेलड़कियांभीइसखेलमेंअपनानामऔरमुकामहासिलकरसकें।