संवादसहयोगी,मुकेरियां:देशकेइतिहासमें25जूनकीतारीखएकविवादास्पदफैसलेकेलिएयादकीजातीहै,जिसमेतत्कालीनप्रधानमंत्रीइंदिरागांधीने25जून1975कोहीदेशमेंआपातकाललागूकियाथा।इसकेतहतसरकारकाविरोधकरनेवालेतमामनेताओंकोजेलमेंठूंसदियागयाथाऔरसख्तकानूनलागूकरतेहुएआमलोगोंकेअधिकारकासीमितकियागयाथा।इमरजेंसीस्वतंत्रभारतकेइतिहासकागैरलोकत्रांतिकफैसलाथा।यहशब्दहल्काइंचार्जभाजपामुकेरियांजंगीलालमहाजननेइमरजेंसीकेसमयमुकेरियांकेजिनलोगोनेलोकतंत्रकीसुरक्षाकेलिए19महीनेजेलकाटीथी,उनकेसम्मानमेंकरवाएसमागमकेदौरानकहे।उन्होंनेकहाकिउससमयभारतकेलोकतंत्रकीरक्षाकेलिएजिनलोगोनेसंघर्षकियातथाजेलमेंरहकरयातनाएंझेलीं,उन्हेंवहनमनकरतेहै।उन्होंनेकहाकिकांग्रेसपार्टीनेआजहीकेदिनलोगोंसेउनकेअधिकारछीनलिएथेऔरआजवहलोकतंत्रकीबातकररहीहै।इसदौरानचमनलालमहाजन,विनोदकुमारजैन,परमिदरमहाजन,हीरालालजग्गा,रमनबलगन,सुशांतमनोहरसचदेवा,अजयमहाजन,डॉ.कुलदीपमहाजन,मधुजैनकोसम्मानितकियागया।इसमौकेपरजिलामहासचिवअजयकौशलसेठू,पूर्वप्रधानदविदरमहाजन,नीरजसाहनीबंटी,पम्मापहलवान,डॉ.वालीराम,जिलाप्रेससचिवविकासमनकोटिया,विनोदबोदी,रोहितअरोड़ा,विक्रमसिंह,वरिदरसिंहकाला,रोहितभल्ला,दीपूभसीनवविजयसेठीआदिभीउपस्थितथे।
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