जासं,एटा:कईदशकपहलेबनेसहायताप्राप्तमाध्यमिकतथासंस्कृतविद्यालयोंकाकायाकल्पशासनद्वाराशुरूकीगईअलंकारयोजनाकेतहतहोसकेगा।जर्जरस्कूलोंकीरंगतकेलिएशासनबजटउपलब्धकराएगा।विभागद्वारायोजनाकोलेकरतैयारीशुरूकरदीहै।इसकेतहतयोजनाकीपात्रतारखनेवालेमाध्यमिकस्कूलोंसेफीडबैकमांगागयाहै।यहांबतादेंकिसमयकेसाथसाथजिलेमेंमाध्यमिकशिक्षाकेसंसाधनभलेहीतेजीकेसाथबढ़तेरहेहैं,लेकिनदशकोंपूर्वस्थापितसंस्कृततथासहायताप्राप्तमाध्यमिकस्कूलोंकेभवनोंकेरखरखावकेलिएअनदेखीकीजातीरहीहै।
फिलहालजिलेमें54सहायताप्राप्तविद्यालयहैंऔरएकसंस्कृतविद्यालयभी।इनमेंसेतमामविद्यालयऐसेहैं,जिनकेपुरानेभवनजर्जरहोचुकेहैंतथाऐसीस्थितिमेंकईतरहकीविपरीतपरिस्थितियोंसेस्कूलप्रबंधकोंकोजूझनापड़तारहाहै।
कुछऐसेहीहालातोंकोदेखतेहुएशासननेमाध्यमिकस्कूलोंकेकायाकल्पकेलिएअलंकारयोजनाशुरूकीहै।योजनाकेतहतजिनमाध्यमिकस्कूलोंकीस्थापनाकोअधिकतम74वर्षहुएहैं।ऐसेजर्जरविद्यालयभवनोंकेपुनर्निर्माणयासु²ढ़ीकरणकेलिएसरकारद्वाराआवश्यकताकेअनुरूपअनुदानउपलब्धकरायाजाएगा।योजनाकाउद्देश्यमाध्यमिकस्कूलोंकोआधुनिकहालातोंकेअनुरूपबेहतरबनानाहै।जिलेकेदोदर्जनसेज्यादाऐसेस्कूलहैं,जहांशासनकीयोजनासेस्कूलोंकाकायाकल्पसंभवहोसकेगा।योजनाकोलेकरजिलाविद्यालयनिरीक्षकमिथिलेशकुमारद्वाराप्रधानाचार्यकीबैठकबुलाईगई,जिसमेंयोजनाकेसंबंधमेंजानकारीदिएजानेकेसाथकहागयाकिनिर्धारितपात्रतामेंआनेवालेविद्यालयतत्कालस्कूलोंकीसहीस्थितितथासुधारकेलिएअनुदानकीडिमांडउपलब्धकरादें।