नयीदिल्ली,25दिसंबर(भाषा)प्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेपूर्ववर्तीसरकारोंकेकार्यकालकेदौरानपानीएवंइसकेप्रबंधनकेविषयपर‘समग्रदृष्टिकोण’काअभावहोनेकाआरोपलगातेहुएबुधवारकोकहाकिउनकीसरकारनेजलविषयपरव्यापकदृष्टिकोणअपनायाहैजिसकेतहतजलजीवनमिशनमेंहरघरतकपाइपसेजलपहुंचानेऔरअटलजलयोजनामेंनीचेभूजलस्तरवालेक्षेत्रोंपरध्यानदियाजायेगा।उन्होंनेकहाकिपानीकासंकटएकपरिवारकेरूपमें,एकनागरिककेरूपमेंहमारेलिएचिंताजनकतोहैही,एकदेशकेरूपमेंभीयहविकासकोप्रभावितकरताहै।अटलजलयोजनाकीशुरूआतकरतेहुएप्रधानमंत्रीनेकहाकिवर्षोंसेहमारेयहांपानीसेजुड़ेविषय,चाहेसंसाधनहों,संरक्षणहोयाप्रबंधनकाविषयहो...तमामकामअलगअलगविभागोंमेंबंटेहुएथे।उन्होंनेकहाकिकहींराज्यऔरकेंद्रसरकारमें,कहींअलगअलगमंत्रालयोंमेंएवंविभागोंकेबीचअक्सरविवादहोताथायाकुछनकुछदिक्कतहोतीथी।मोदीनेकहा,‘‘इसकानुकसानयहहुआकिपानीजैसीमूलआवश्यकताकेलियेजैसासमग्रदृष्टिकोणचाहिएथा,वैसापूर्ववर्तीसरकारोंकेदौरानअपनायानहींजासका।’’प्रधानमंत्रीनेकहा,‘‘जलशक्तिमंत्रालयनेइसविभागीयपहलसेपानीकोबाहरनिकालाऔरसमग्रसोचकोबलदिया।इसीमानसूनमेंहमनेदेखाहैकिसमाजकीतरफसे,जलशक्तिमंत्रालयकीतरफसेजलसंरक्षणकेलिएकैसेव्यापकप्रयासहुएहैं।’’मोदीनेकहा,‘‘न्यूइंडियाकोहमेंजलसंकटकीहरस्थितिसेनिपटनेकेलिएतैयारकरनाहै।इसकेलिएहमपाँचस्तरपरएकसाथकामकररहेहैं।’’प्रधानमंत्रीनेकहा,‘‘एकतरफजलजीवनमिशनहै,जोहरघरतकपाइपसेजलपहुंचानेकाकामकरेगाऔरदूसरीतरफअटलजलयोजनाहै,जोउनक्षेत्रोंपरविशेषध्यानदेगीजहांभूजलस्तरबहुतनीचेहै।’’उन्होंनेकहाकिआजादीकेइतनेवर्षोंबादभीआजदेशके3करोड़घरोंमेंहीनलसेजलपहुंचताहै।उन्होंनेकहा,‘‘सोचिए,18करोड़ग्रामीणघरोंमेंसेसिर्फ3करोड़घरहीपाइपलाइनसेजुड़ेहुएथे।70सालमेंइतनाहीहोपायाथा।अबहमेंअगलेपाँचसालमें15करोड़घरोंतकपीनेकासाफपानी,पाइपसेपहुंचानाहै।’’मोदीनेदिल्लीमेंपानीकेविषयपरउठीचिंताओंकाजिक्रकरतेहुएकहाकिदेशकीराजधानीमेंपीनेकागंदापानीचिंताकाविषयबनाहुआहै।प्रधानमंत्रीनेकहाकिहमआनेवालेसमयमें3.5लाखकरोड़रूपयेपीनेकेपानीकेलियेखर्चकरनेजारहेहैं।उन्होंनेकहाकिपानीकामुद्दाविराटविषयहैलेकिनहमारेसमक्षसफलहोनेकेअलावाऔरकोईविकल्पनहींहै।प्रधानमंत्रीनेदेशकेस्टार्टअपसेऐसीप्रौद्योगिकीकाविकासकरनेकीअपीलकीजोपानीपरनिर्भरताकोकमकरसके।उन्होंनेकिसानोंसेकमपानीवालीफसलोंकोअपनानेकीअपीलभीकी।मोदीनेकहाकिगांवकीभागीदारीऔरसाझेदारीकीइसयोजनामेंगांधीजीकेग्रामस्वराजकीभीएकझलकहै।पानीसेजुड़ीयोजनाएंहरगांवकेस्तरपरवहांकीस्थिति-परिस्थितिकेअनुसारबनें,इसकाध्यानरखागयाहै।उन्होंनेकहाकिजलसेजुड़ेमिशनमेंएकऔरऔरनईचीजकीजारहीहैकिइसयोजनाकीनिगरानीकेलिएस्पेसटेक्नोलॉजीकाउपयोगकियाजारहाहै।जागरूकताऔरजनभागीदारीपरजोरदेतेहुएमोदीनेकहा,‘‘मेराएकऔरआग्रहहैकिहरगांवकेलोग‘पानीएक्शनप्लान’बनाएं,पानीकोषबनाएं।’’उन्होंनेलोगोंसेकहाकिआपकेगांवमेंपानीसेजुड़ीयोजनाओंमेंअनेकयोजनाओंकेतहतपैसाआताहै।विधायकऔरसांसदकीनिधिसेतथाकेंद्रऔरराज्यकीयोजनाओंसेपैसाआताहै।इसेटुकड़ोंमेंखर्चकरनेकीबजाएसमग्रदृष्टिकोणसेउपयोगकियाजाए।मोदीनेदुनियाभरमेंबसेभारतीयोंसेभीइसअभियानमेंयोगदानदेनेकीअपीलकी।उन्होंनेकहाकिअटलजलयोजनामेंयहभीप्रावधानकियागयाहैकिजोग्रामपंचायतेंपानीकेलिएबेहतरीनकामकरेंगी,उन्हेंऔरज्यादाराशिदीजाएगी,ताकिवेऔरअच्छाकामकरसकें।प्रधानमंत्रीनेकहा‘‘पानीकाविषयअटलजीकेलिएबहुतमहत्वपूर्णथा,उनकेहृदयकेबहुतकरीबथा।अटलजलयोजनाहोयाफिरजलजीवनमिशनसेजुड़ेदिशानिर्देशहों,2024तकदेशकेहरघरतकजलपहुंचानेकेसंकल्पकोसिद्धकरनेमेंयहएकबड़ाकदमहैं।’’इसयोजनाकाउद्देश्य7राज्यों-गुजरात,हरियाणा,कर्नाटक,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,राजस्थानऔरउत्तरप्रदेशमेंप्राथमिकताकीपहचानवालेक्षेत्रोंमेंसामुदायिकभागीदारीकेमाध्यमसेभू-जलप्रबंधनमेंसुधारलानाहै।6000करोड़रूपयेकीइसयोजनाकेकार्यान्वयनसेइनराज्योंके78जिलोंकीलगभग8,350ग्रामपंचायतोंकोलाभमिलनेकीउम्मीदहै।
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