मेरठ,जेएनएन।कविएवंगीतकारकुमारमुनीशअक्सकेकाव्यपटलकाव्य-ब्रह्मास्त्रपररविवाररातआनलाइनइंटरनेशनलपोयटिकमीटनामककार्यक्रमआयोजितकियागयाजिसमें,दुनियाकेअलगअलगदेशोंसेमशहूरशायरवशायराओंनेअपनेकलामपेशकिये।
लाहौरकेनदीमअफजलनेअपनेकलाममेंकहाकि-
घरकीगुरबतदेखरहेहैं,बारिशमेंछतदेखरहेहैं।
जिसदिनसेवोशख्सगयाहै,शहरमेंवहशतदेखरहेहैं।।
मानचेस्टरयूएसएकेशकीलकमरनेअपनेख्यालातइसतरहबयांकिए-
उससेकहनाकेअबनहींहोता,मुझसेबेवजहइंते•ारतेरा।
मेराआनाभीअबनहींमुमकिन,छोड़देतूभीअबख्यालमेरा।।
शायरागौहरअनमोलनेपढ़ा:-
वोतोरोयाथाआदतनगौहरऔरमैंनेउजाड़दीदुनिया।।
पेरिसफ्रांससेशायरामुमताजमलिकनेसुनायाकि
फैसलेअपनेफहमसेजोकियेथेहमने।
आजउन्हींफैसलोंकीखाकउड़ाआएहम।।
कार्यक्रमकासंचालनकररहकंदिल्लीकीसपनाअहसासनेसुनायाकि-
दिलनजरक्यारूहतकरंगेतसव्वुफछागया।
अबगजलभीमुझकोमौलासुफियानाचाहिए।।
कार्यक्रमकीअध्यक्षताकरतेहुएजर्मनीकेशफीकमुरादनेकहा-
कोईझूठानहींशफीकमुराद,सारेसच्चेहैंक्यातमाशाहै।
गौरव,विवेक,सपनासक्सेना,डा.फैसल,सीमासिंह,संजीवगौतम,सुरेशवैष्णव,कृष्णा,पाण्डेय,प्रविन्दूदूबे,नीरूश्रीवास्तव,मेहशरफैजाबादी,इमरान,रफत,़ग•ालसिगररियाज,सुरेंद्रबत्रा,मुस्कानसागर,राखीकुलश्रेष्ठ,संजीवगौतम,डा.पुष्पलताभट्टआदिश्रोताओंकीमौजूदगीरही।