रांची:झारखंड,वोराज्यजहांजल,जंगलऔरजमीनकीबातहोतीहै.जहांकेलिएआदिवासीऔरकिसानपहलीप्राथमिकतामेंआतेहैं.लेकिनइसराज्यमेंधानके25हजारसेज्यादाकिसानोंकोअपनीबेचीहुईफसलकाहीपैसानहींमिलपारहाहै.आखिरक्योंहमयेकहरहेहैंकिसरकारकीनीतियोंयाकमियोंकीवजहसेकिसानकर्जदारबनरहेहैं?
झारखंडमेंधानऔरसब्जीकीखेतीसबसेअधिकहोतीहै,पूरेराज्यमेंअगरधानकेकिसानोंकीबातकरेंतोसंख्यालाखोंमेंहै,मुख्यमंत्रीहेमन्तसोरेननेचुनावसेपहलेधानकेसमर्थनमूल्य18.85+1.15बोनस=20रुपयेकोबढ़ाकर25रुपयेप्रतिकिलोकरेंगे.लेकिनधानकासमर्थनमूल्यबढानातोदूरकिसानोंको20रुपयेप्रतिकिलोकेहिसाबसेभीजोपैसामिलनाचाहिएउसकाभुगतानभीअभीतकनहींकियाहै.
किसानऐसेबनरहेकर्जदार
नित्यानंदऔरधनंजयनामकेदोनोंहीकिसानसोनाहातूमेंरहतेहैं.नित्यानंदने25क्विंटलतोधनंजयने13क्विंटलधानबेचाथा.मोबाइलमेंमैसेजभीआयाहैकि7दिनोंमेंहीपैसेकाभुगतानहोजाएगालेकिनहुआनहीं.एबीपीन्यूजसेकहाहमनेतोमईमहीनेमेंहीबेचाहै,लेकिनजिन्होंनेफरवरीमेंबेचाउनकानहींआयातोहमनेउम्मीदहीछोड़दीहै.
दानादिहमेंरहनेवालेहकीमने16क्विंटलधानकीफसलमार्चमेंबेचीथी,फसलकापैसातोनहींमिलालेकिनबेचनेकाप्रमाणरसीदजरूरकलमिलीहै.यानी2महीनेबादरसीदमिलीहैतोपैसेकबमिलेंगेआपसमझसकतेहैं.कहतेहैंकिखेतीकरतेहैंऔरट्रैक्टरचलातेहैं,धानकीपिछलीफसलकापैसानहींमिलाहैऔरफिरसेधानरोपाईकासमयआगयाहैऐसेमेंकर्जलेनेकेअलावाकोईऔररास्तानहींहै.
इसीतरहसदानन्दमहतोनेभी48क्विंटलधानमार्चमेंबेचालेकिनपैसाअभीतकनहींआयाहै,अगलीफसललगानेकेलिएKCCसेलोनलेंगे.विशेश्वरमहतोनेभी87क्विंटल800ग्रामधान21मार्चकोबेचाथा.उम्मीदथीसमयसेपैसामिलजाएगातोअगलीफसलभीलगाएंगेऔरअपनेलिएभीकुछकरेंगेलेकिनमिलाकुछनहीं.अभीतकइंतजारकररहेहैं.
बिदेशीपातरवोव्यक्तिहैजोस्थानीयस्तरपरधानकीखरीदकरतेहैं,इनकेयहांकुल352किसानोंनेधानबेचाथाजिसमेंसे30प्रतिशतलोगोंकोहीपैसामिलपायाहैबाकियोंकोनहीं,पूछनेपरबतायाकिशायदजल्दीमिलजाए.
सरकारनेलक्ष्यसेज्यादाखरीदाधान
झारखंडमेंइसबारसरकारकाधानखरीदकालक्ष्य30लाखक्विंटलथालेकिन15मईतकखरीदउससेज्यादाकरीब37लाख97हजारक्विंटलकीहुईहै.उम्मीदसेज्यादाखरीदहोनेकेबावजूदसरकारने25हजारसेज्यादाकिसानोंकोमहीनोंबीतनेकेबादभीभुगताननहींकिया.ऐसेमेंकिसानोंकेसामनेधानकीअगलीफसलकीरोपाईकरनेकेलिएकर्जलेनेकेअलावाकोईविकल्पनहींबचताहै.
झारखंडमेंधानकीफसलकीखरीदकरानेकाकामसहकारितामंत्रालयकाहैजबकिकिसानोंकोपैसादेनेकाकामवित्तविभागकाहै,इसलिएएबीपीन्यूज़नेझारखंडसरकारकेवित्तमंत्रीऔरप्रदेशकांग्रेसअध्यक्षडॉरामेश्वरउरांवसेजबकिसानोंसेजुड़ेइसमुद्देपरसवालकियातोउन्होंनेभुगताननहोपानेकाएकअजीबोगरीबकारणबताया.
उन्होंनेकहाकिहमेंधानकेकिसानोंकीसमस्यापताहै.येभीजानतेहैंकिउनकोपैसानहींमिलपायाहै.इसकोलेकरहमनेपत्रलिखाहैजल्दीहीपैसामिलजाएगा.लेकिनउनकोभीलाकडाउनमेंधैर्यरखनाचाहिएऔरसमझनाचाहिएकियहांकितनीदिक्कतहैकोरोनासे,हमारेपासकमीपैसोंकीनहींबल्किकमीकर्मचारियोंकीहै.यहांसेपैसाभेजतेहैंलेकिनजिलेकेस्तरपरपैसाअटकारहताहै.पैसाकमनहींहैकर्मचारीकमहैं.
25हजारकिसानोंकोअभीतकभुगताननहीं
झारखंडमेंअगरधानकेकिसानोंकीबातकरेंतोकुल1लाख38हजारकिसानधानकीखेतीकरतेहैं.लेकिनइसमेंसे25हजारकिसानोंकोअभीतकभुगताननहींकियागयाहै.हैरानीकीबातयेहैकिसरकारइनकिसानोंकोपैसेनदेपानेकेपीछेकाकारणपैसोंकीकमीनहींबल्किस्टाफकीकमीहोनाबतारहीहै.
किसानोंकीमुफलिसीकाचक्काऔरकर्जकाजालकैसेबुनाजाताहैइसेअगरसमझनाहोतोयेसबसेबेहतरउदाहरणहै.फसलकादामकिसानोंकोसमयपरनहींमिलेगातोकिसानमजबूरीमेंअगलीफसलकेलिएलोनलेगाऔरफिरउसकोभरनेमेंपसीनेनिकलजाएंगे.फिर5सालबादचुनावमेंसरकारइसीकर्जकोमाफकरनेकेमुद्देसेचुनावलड़ेगीऔरइन्हीकिसानोंकावोटलेकरसत्तामेंआएगी.येसिलसिलाचलताचलाआरहाहै.