पंचकुला,अनुरागअग्रवाल।आयुष्मानभवदोशब्दोंसेमिलकरबनाहै।पहलाशब्दहैआयुष्मान,जिसकाअर्थहोताहैलंबीआयुरखनेवालाअर्थातदीर्घायु।दूसराशब्दहैभव,जिसकाअर्थहोताहैहोना।आयुष्मानभवयानीदीर्घायुहोना।कहनेकोतोआयुष्मानभवशब्दमात्रहैं,लेकिनइसेभारतीयसंस्कृतिकाअहमहिस्सामानाजाताहै।पूर्वजोंसेजबआशीर्वादलियाजाताहैतोवेआयुष्मानभवकहकरआशीर्वाददेतेहैं।इसकाअर्थहोताहैकिवेकहरहेहैं,सदाजीतेरहो,लेकिनअच्छीसेहतऔरअच्छेस्वास्थ्यकेबिनाआयुष्माननहींहुआजासकता।
हरियाणाकीभाजपा-जजपागठबंधनकीसरकारअपनेराज्यकेकिसानोंकोआयुष्मानबनानेपरगंभीरतासेमंथनकररहीहै।मुख्यमंत्रीमनोहरलालबजटबनानेकीतैयारियोंमेंजीन-जानसेजुटेहुएहैं।वित्तमंत्रलयकाकार्यभारमनोहरलालकेपासहीहै।इसलिहाजसेवहसातयाआठमार्चकोवित्तवर्ष2022-23काबजटपेशकरनेवालेहैं।राज्यकाबजटतैयारकरनेसेपहलेमनोहरलालनेउद्योगपतियों,किसानों,डाक्टरों,पंचायतएवंनिकायप्रतिनिधियों,वकीलों,विधायकों,सांसदोंऔरमंत्रियोंकेसाथप्री-बजटचर्चाकरनेकीअच्छीपहलकीहै।अभीतकआधादर्जनसेअधिकबैठकेंकीजाचुकीहैं।पंचायतोंऔरशहरीनिकायोंकोआत्मनिर्भरबनानेकेविजनकेसाथहीमनोहरलालनेप्री-बजटचर्चाकेदौरानअबतकजोसंकेतदियाहै,उसकेआधारपरकहाजासकताहैकिराज्यसरकारकिसानोंकीआयबढ़ानेएवंउनकीउत्तमसेहतकेलिएकाफीफिक्रमंदहै।
तीनकृषिकानूनोंकेविरोधमेंकरीबएकसालतकचलाआंदोलनअपनीजगहहैऔरकिसानकाअच्छास्वास्थ्यअलगहै।राज्यमेंकरीब20लाखकिसानहैं,जोसीधेतौरपरखेतीकरतेहैं।केंद्रसरकारकेसाथमिलकरराज्यसरकारइनकिसानोंकीआयबढ़ानेकीयोजनाएंतोबनाहीरहीहै,लेकिनउनकीअच्छीसेहतकोलेकरभीफिक्रमंदहै।मुख्यमंत्रीप्रदेशकेतीनएकड़तकजमीनवालेकिसानोंकोछोटीजोतकाकिसानमानकरउन्हेंआयुष्मानस्वास्थ्ययोजनामेंशामिलकरनेजारहेहैं।एकलाख80हजाररुपयेवार्षिकतकआयवालेलोगराज्यमेंगरीबीरेखासेनीचे(बीपीएल)जीवनयापनकरनेवालोंकीश्रेणीमेंआतेहैं।इसश्रेणीकेकरीब18लाखलोगऐसेहैं,जिन्हेंआयुष्मानयोजनाकालाभमिलरहाहै।
अबकिसानोंऔरनंबरदारोंकोआयुष्मानयोजनामेंशामिलकरनकेवलइसयोजनाकादायराबढ़ायाजाएगा,बल्किकिसानोंकेस्वास्थ्यकोसुरक्षाकवचभीमिलेगा।इतनाहीनहीं,प्रदेशसरकारकीकिसानोंकेप्रतिदूरगामीसोचहै।कृषिक्षेत्रमेंनए-नएप्रयोगहोरहेहैं।किसानोंकोभीआपसीसहयोगविकसितकरतेहुएआगेबढ़नाहोगा।इसकेतहतप्रगतिशीलकिसानबाकीकिसानोंकोउन्नतखेतीकरनेकेबारेमेंप्रशिक्षितकरेंगे।इसकेलिएसरकारनेएकप्रगतिशीलकिसानकोकमसेकमदससामान्यकिसानोंकोप्रशिक्षितकरनेएवंतकनीकरूपसेदक्षबनानेकीजिम्मेदारीसौंपीहै।राज्यसरकारप्रदेशमेंकिसानोंकेकल्याणकेलिएवेलफेयरफंडएवंम्युचुअलफंडसरीखीव्यवस्थाएंभीकरनेजारहीहै।मनोहरसरकारकाप्रयासहैकिकिसानोंकीआयबढ़ानेकेलिएकिसानअधिकसेअधिकएफपीओ(किसानउत्पादकसंगठन)बनाएं।
इसकेअलावाग्रामीणक्षेत्रमेंकोल्हूसेगन्नेकारसनिकालकरगुड़,शक्करऔरखांडबनानेजैसेछोटे-छोटेउद्योगभीकिसानलगासकतेहैं।ऐसेकिसानोंकोसरकारमदददेगी।इसकेदोफायदेहोंगे।किसानफसलचक्रअपनातेहुएधानकीफसलबोनेकेबजायगन्नेकीफसलकीतरफमुड़ेंगेऔरउनकीआयभीबढ़ेगी।पानीकीबचततोहोगीही।विभिन्नफसलोंमसलनसरसों,कपास,चना,बाजराऔरहल्दीकीप्रोसेसिंगयूनिटस्थापितकरनेपरभीबजटमेंसरकारकाजोररहनेवालाहै।किसानोंकोफसलविविधिकरणपद्धतिकेतहतदलहन,बागवानीऔरमत्स्यपालनकीतरफमोड़नेकीयोजनाहै।भूमिगतजलस्नेतोंकोबचानेकेलिएकमपानीकेइस्तेमालवालीफसलोंकेउत्पादनपरसरकारकाजोरहै।किसानोंकीआयबढ़ानेकेलिएडेयरीफार्मिगभीअच्छाविकल्पहै।प्रदेशमेंपशुओंकीऐसीनस्लेंतैयारकीजानीहैं,जिनसेदूधउत्पादनबढ़ेगाऔरकिसानोंकोलाभहोगा।
[स्टेटब्यूरोप्रमुख,हरियाणा]