संसू,हाथरस:सिकंदराराऊमेंहिदीप्रोत्साहनसमितिकीकाव्यगोष्ठीअधिवक्ताकक्षमेंहुई।गोष्ठीमेंबाहरसेआएकविवकवयित्रियोंवस्थानीयकवियोंनेकाव्यपाठकरश्रोताओंकोमंत्रमुग्धकिया।समितिकेअध्यक्षवकविदेवेंद्रदीक्षितशूलकाजन्मदिनभीमनायागया।
मेंडूसेआईंकवयित्रीस्नेहाशर्माकीसुमधुरसरस्वतीवंदनाकेबादकाव्यपाठकाप्रारंभहुआ।उन्होंनेकाव्यपाठमेंपाकिस्तानकोचेतावनीदी-'छोड़भीदेपाकछेड़छाड़बार-बारकी,एकबारकरलेलड़ाईआरपारकी।'कासगंजकेकविमनोजकुमारमंजुलनेपढ़ा-'रहेसदाखुशहालयेभारतयेभावनाहमारीहै,हरलेकोरोनाकासंकटयेकामनाहमारीहै।'विजयगढ़केकविपुष्पेंद्रसिंहउन्मुक्तने़ग•ालपढ़करवाहवाहीलूटी।डा.अरविंदकुमारशर्मानेपढ़ा-'संघर्षकियाहैजीवनभर,सोचाहैबेहतरकलहोगा,सामनेसमस्याजटिलकितुनिश्चितहीएकदिनहलहोगा।'सादाबादकेअवशेषविमलनेपढ़ा'-कल्पनासेपरेहैंतुम्हारेनयन।भावनासेभरेहैंतुम्हारेनयन।'विवेकशीलराघवनेपढ़ा-'वेदनाओंसेविरतविस्तारकामैंक्याकरूंगा,जीतकामैंक्याकरूंगाहारकामैंक्याकरूंगा।'ब्रह्माकुमारीनैनादीक्षितनेपढ़ा-'ईश्वरजोकुछकरताहै,अच्छाहीकरताहै,मानवतूपरिवर्तनसेकाहेकोडरताहै।'वरिष्ठकविरनवीरसिंहयादवनावलीवालोंनेउत्तमरचनाएंपढ़करगोष्ठीकोऊंचाईदी।युवराजसिंहएडवोकेट,हरप्रसादबघेल,संतोषपौरुषनेभीकविताएंपढ़ीं।बारअध्यक्षवीरपालसिंहयादवनेअध्यक्षतातथाकविदेवेंद्रदीक्षितशूलनेसंचालनकिया।इसअवसरपरहिदीप्रोत्साहनसमितिकेअध्यक्षदेवेंद्रदीक्षितशूलनेबारएसोसिएशनकेअध्यक्षवीरपालसिंहयादव,विशिष्टअतिथिसमाजसेवीओमप्रकाशगौतम,हरपालसिंहयादव,संतोषपौरुषतथावरिष्ठकविरनवीरसिंहयादवकासम्मानकिया।