पांचराज्योंमेंमिलीहारऔरअपनोंकेसाथछोड़नेसेपरेशानकांग्रेसकीउम्मीदेंएकबारफिरराजस्थानपरआटिकीहैं।2014लोकसभाचुनावकेबादसेलगातारहारझेलरहीकांग्रेसकोराजनीतिकसंजीवनीपहलीबारराजस्थानमेंहीमिलीथी।जबउपचुनावमेंकांग्रेसनेराजस्थानकी2लोकसभासीटोंसहित3सीटेंजीतीथीं।इसकेबाद2018विधानसभाचुनावमेंकांग्रेसनेअपनेदमपरजीतदर्जकीथी।अबएकबारफिरडूबतीकांग्रेसकाजहाजराजस्थानमेंआकरकिनाराढूंढरहाहै।
राजनीतिकजमीनफिरसेहासिलकरनेकीकोशिशमेंजुटीकांग्रेसराजस्थानकेउदयपुरमेंअगलेमहीनेहोनेवालेचिंतनशिविरमेंइसकाहलखोजेगी।2राज्योंतकसिमटचुकीकांग्रेसकेलिएएकबारफिरराजस्थानउम्मीदोंकाप्रदेशबनेगा।कांग्रेसराजस्थानकीराजनीतिकनीतियोंकेबूतेअपनाआगेकाप्लानऑफएक्शनतयकरसकतीहै।नएकांग्रेसअध्यक्षकीताजपोशीभीएकबारफिरराजस्थानमेंहीहोनेकीसंभावनाहै।इससेपहलेभीराहुलगांधीकांग्रेसकेअध्यक्षराजस्थानमेंहीबनेथे।वहींवर्तमानहालातोंकोदेखाजाएतोकांग्रेसकेलिएराजस्थानसबसेमहत्वपूर्णराज्यहै।कांग्रेसकीराजस्थानपरनिर्भरताकीकईवजहेंहैं।
सिर्फराजस्थानऐसाराज्यजहांनेताबीजेपीमेंनहींगए
पिछलेकुछवर्षोंमेंनेताओंकाट्रैकरिकॉर्डदेखाजाएतोराजस्थानहीवोराज्यहै,जहांकांग्रेससबसेमजबूतनजरआतीहै।बहुमतकीसरकारहोनेकेसाथ-साथकईछोटीपार्टियांभीकांग्रेसकेसाथहैं।वहीं,राजस्थानऐसाएकमात्रराज्यहैजहांकेनेतापार्टीछोड़करबीजेपीमेंनहींगएहैं।2013से2018केबीचविपक्षमेंरहनेऔरमात्र21सीटोंपरसिमटनेकेबावजूदराजस्थानकेकिसीबड़ेचेहरेनेपार्टीनहींबदली।यहांतककीघनश्यामतिवाड़ीसहितबीजेपीकेकईनेताकांग्रेसमेंशामिलहुए।
सिर्फराजस्थानजहांसरकारनहींगिरसकी
पिछलेकुछवर्षोंमेंकांग्रेसनेकईराज्योंमेंबनी-बनाईसरकारगंवाई।एमपीऔरकनार्टकमेंकांग्रेससरकारसेहाथधोबैठी।वहींगोवामेंसबसेबड़ीपार्टीहाेनेकेबावजूदकांग्रेस2017मेंसरकारनहींबनासकी।राजस्थानमें2020मेंराजस्थानमेंभीकांग्रेससरकारपरसंकटआए।मगरआखिरकारअशोकगहलोतकांग्रेसकोइससंकटसेउबारनेमेंसफलरहे।
राजस्थानसेकईबड़ेनामराज्यसभामें
राजस्थानवोराज्यरहाहैं,जहांसेकांग्रेसकेकईबड़ेनामोंकोराज्यसभाभेजागयाहै।इनमेंकपिलसिब्बल,अभिषेकमनुसिंघवी,केसीवेणुगोपालजैसेनामशामिलहैं।यहांतककीपूर्वप्रधानमंत्रीमनमोहनसिंहवर्तमानमेंराजस्थानसेहीराज्यसभासदस्यहैं।वहींअबराजस्थानसेहीप्रियंकागांधीकोअगलेचुनावोंमेंराज्यसभाभेजनेकीतैयारीहै।
राजस्थानकेनेताओंपरबड़ीजिम्मेदारी
पिछलेकुछसमयमेंराजस्थानकेनेताओंपरहीकांग्रेससेजुड़ीदेशभरकीबड़ीजिम्मेदारियांरहीहैं।विपक्षमेंरहतेमुख्यमंत्रीअशोकगहलोतकांग्रेसकेसंगठनमहासचिवथे।उसदौरानकर्नाटक,गुजरातजैसेबड़ेराज्योंमेंचुनावकीजिम्मेदारीगहलोतनेसंभाली।वहींइसकेअलावाविधानसभाअध्यक्षसीपीजोशीकोविपक्षमेंरहतेबिहार,सिक्किमसहितकईराज्योंकीजिम्मेदारीमिलीहै।वर्तमानमेंभीरघुशर्माकोगुजरातकाप्रभारीबनायागयाहै।वहींइससेपहलेराजस्थानकेहीहरीशचौधरीकोपंजाबकाप्रभारीबनायागयाथा।वहींसचिनपायलटकिसीपदपरनहींहोतेहुईभीहरचुनावमेंस्टारप्रचारककीभूमिकामेंनजरआतेहैं।राजस्थानसेहीराहुलगांधीकेविश्वासपात्ररघुवीरमीणाऔरभवंरजितेंद्रसिंहभीकांग्रेसकीसर्वोच्चकमेटीमेंसदस्यहैं।
हर5सालमेंसत्ताबदलनाबड़ाकारण:प्रोफेसरसंजयलोढ़ा
राजनीतिकविशेषज्ञऔरसीएसडीएस-लोकनीतिसेजुड़ेप्रोफेसरसंजयलोढ़ाकहतेहैंकिराज्यमेंपार्टीकीएकस्थिरसरकारहै।इसकास्थानीयनेतृत्वबहुतमजबूतहै।राज्यकीदलीयव्यवस्थामेंदोप्रमुखदलोंमेंबारीबारीसेसत्ताकाहस्तांतरणहोतारहाहै।इसीलिएयहांकांग्रेससेनेताओंकाकहींऔरपलायननहीहुआ।बल्किदूसरेदलोंसेनेताओंनेकांग्रेसकाहाथथामाहै।पार्टीकासामाजिकआधारभीसुरक्षितरहाहै।मुख्यमंत्रीकेराष्ट्रीयनेतृत्वसेबहुतअच्छेसंबंधहैं।प्रदेशराजनीतिकेइन्हींआयामोंकोध्यानमेंरखतेहुएकांग्रेसकाचिंतनशिविरउदयपुरशहरमेंहोरहाहै।