जागरणसंवाददाता,कैथल:किसानधानरोपाईकेकार्यमेंजुटेहुएहैं।मजदूरधानरोपतेहुएखेतोंमेंनजरआरहेहैं।धानरोपाईकोलेरकिसानोंकेसामनेइनदिनोंसिचाईकोलेकरदिक्कतआरहीहै।बरसातनहोनेसेकिसानोंकोधानरोपाईमेंपरेशानीआरहीहै।किसानरामकुमार,रामनिवास,राजेशवमनोजनेबतायाकिधानकीपनीरीतैयारहोगईहै।इसकेचलतेकिसानोंकोधानकीरोपाईकाकार्यशुरूकरनापड़रहाहै।वहींकिसानोंकोउम्मीदहैकिजबतकमानसूनप्रदेशमेंआएगातोउनकीधानकीफसलभीफुटावलेनाशुरूकरदेगी।किसानोंनेबतायाकिअबभलेहीगर्मीपड़रहीहैलेकिनअबलगाईहुईधानबरसातसेपहलेअच्छाबढ़वारलेलेगीऔरबरसातहोनेकेबादहीधानकीफसलकोकिसीभीप्रकारकीदिक्कतनहींहोगी।
नहरोंमेंनहींहैपानी
धानरोपाईकासीजनतोशुरूहोगयाहैलेकिनअभीतकनहरोंमेंकईजगहपानीनहींआयाहै।इसकेचलतेनहरसूखीपड़ीहै।किसानोंनेमांगकीहैकिजल्दसेजल्दनहरोंमेंपानीछोड़ाजाएताकिकिसानसमयअनुसारअपनाखेततैयारकरतेरहे।वहींमजदूरभीअपनेकामपरलगेरहे।किसानोंकोभीपरेशानीनहो।
बिजलीकेसमयकोबढ़ायाजाए
धानरोपाईकेसीजनमेंट्यूबवेलचलानेकेलिएबिजलीकीआवश्यकताहै।किसानोंनेबिजलीविभागसेमांगकीहैकिबिजलीकेसमयमेंबढ़ोतरीकीजाए।ताकिअपनाखेतसमयअनुसारतैयारहोतारहे।किसानकोकिसीप्रकारकीपरेशानीनहो।वर्जन-
25जूनतकधानकीसीधीबिजाईकरेंकिसान:कर्मचंद
कृषिउपनिदेशककर्मचंदनेबतायाकिजिलेभरमेंएकलाख40हजारहेक्टेयरमेंधानकीरोपाईकीजातीहै।किसानोंकोधानरोपाईकेसमयकिसीप्रकारकीपरेशानीनहींआनेदीजाएगी।किसानोंकोधानकीसीधीबिजाईकेलिएभीजागरूककियाजारहाहै।25जूनतकधानकीसीधीबिजाईकिसानकरसकतेहै।एकजुलाईतकपीआरधानकीरोपाईकाअच्छासीजनहै।15जुलाईतक1121धानकीरोपाईकरसकतेहै।20जुलाईतकबासमतीधानकीरोपाईकासीजनहै।